SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 92
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatrth.org Acharya Shri Kalassagarsun Gyanmandir कल्पसूत्र मूळ ।। १०० ॥ 微微微微微微發發發礎發發發發發發發發發级独總效础婚姻 वासावासं पज्जो-सवियस्स छठ्ठ-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति दो गोयर-काला गाहावइ-कुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा ॥सू. २२।। वासावासं पज्जोसवियस्स अट्ठम-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति तओ गोअर-काला गाहावइ-कुलं भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा ॥सू. २३।। वासावासं पज्जोसवियस्स विगिठ्ठ-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति सव्वेवि गोअर-काला गाहावइ-कुलं | भत्ताए वा पाणाए वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा ।।सू. २४।। ___ वासावासं पज्जोसवियस्स निच्च-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति सव्वाइं पाणगाई | पडि-गाहित्तए । वासावासं पज्जोसवियस्स चउत्थ-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति तओ पाणगाइं पडि-गाहित्तए । तं जहा-उस्सेइम, संसेइम, चाउलोदगं १। वासावासं पज्जोसवियस्स छठ्ठ-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति तओ पाणगाई पडि-गाहित्तए, तं जहा तिलोदगं वा, तुसोदगं वा, जवोदगं वा २ । वासावासं पज्जोसवियस्स अठ्ठम-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पंति तओ पाणगाइं पडि-गाहित्तए, तंजहा-आयामे वा, सोवीरे वा, सुद्धवियडे वा ३। वासावासं पज्जोसवियस्स विगिठ्ठ-भत्तियस्स भिक्खुस्स कप्पइ एगे 踪踪踪踪隸踪踪踪踪踪踪踪踪踪踪踪率準率瞭瞭瞭鄰 ।। १०० ॥ For Private and Personal Use Only
SR No.020430
Book TitleKalpasutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year
Total Pages121
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Paryushan, & agam_kalpsutra
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy