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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra मेघदूतम् www. kobatirth.org वेश्या 1. लीलावधू - [ लीला + वधू] स्वेच्छाचारिणीस्त्री, वेश्या । पादन्यासैः क्वणितशनास्तत्र लीलावधूतैः । पू० मे० 39 पैरों पर थिरकती हुई जिन वेश्याओं की करधनी के घुँघरू मीठे-मीठे बज रहे होंगे। 1. मीन - मछली । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 2. वेश्या - [ वेशेन पण्योगेन जीवति वेश् + यत् + यप्] बाजारू स्त्री, रंडी, गणिका, रखैल । 741 वेश्यास्त्वत्तो नखपदसुखान्प्राप्य वर्षाग्रबिन्दुना । पू० मे० 39 उन वेश्याओं के नख-क्षतों पर जब तुम्हारी ठंडी-ठंडी वर्षा की बूँदे पड़ेंगी, तब उन्हें सुख प्राप्त होगा। शफरी मीनक्षोभाच्चलकुवलय श्रीतुलामेष्यतीति । ॐ मे0 37 उस नीले कमल जैसी सुन्दर दिखाई देगी जो मछलियों के इधर-उधर आने-जाने से काँप उठा करता है। 2. शफरी - [शफ राति रा + क + ङीष् ] छोटी मछली, मछली । न धैर्यान्मोघी कर्तुं चटुलशफरोद्वर्तन प्रेक्षितानि । पू० मे० 44 किलोलें करती हुई मछलियों को देखकर, तुम यही समझना कि वह तुम्हारी ओर अपनी प्रेम भरी चंचल चितवन चला रही है। For Private And Personal Use Only शर 1. वर्त्म [ वृत् + मनिन् ] मार्ग, धार, बाण | हंस द्वारं भृगुपतियशोवर्त्म यत्क्रौञ्चरन्धम् । पू० मे0 61 उस क्रौंच रंध्र से होते हुए उत्तर की ओर जाना जिसमें से होकर हंस मानसरोवर की ओर जाते हैं, और जिसे परशुरामजी अपने बाण से छेदकर अपना नाम अमर कर दिया है।
SR No.020427
Book TitleKalidas Paryay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTribhuvannath Shukl
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2008
Total Pages441
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size15 MB
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