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पृष्ठाङ्काः १८३ १८४ १८४
ब्रुवते
१८४
१८४
ब्रुवाते ब्रुवीत
१८४ १८४
१८४
ब्रूत
अकारादिशब्दानुक्रमणिका अकारादिशब्दाः . पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः ब्रह्मन्
३, ४, ५, १० |ब्रुवन्ति ब्रह्मनामन् २१५, २०७, २११, ११८ ब्रुवन्तु ब्रह्मपत्नी
२० ब्रह्मपुत्र
२०८ ब्रह्मपुत्री
२०८ ब्रह्मपुरी
२०८ ब्रह्ममुखनामन्
ब्रुवीयाताम् ब्रह्मयज्ञ
ब्रुवीरन् ब्रह्मर्षि ब्रह्मलोकांश
१२८ |ब्रूत: ब्रह्मविद्या=(विद्याविशेष:)
ब्रूतम् ब्रह्मसावर्णि
ब्रूतात् ब्रह्मसुवता ब्रह्मसू ब्रह्मसूत्र ब्रह्मसूत्रधृति ब्रह्महद् ब्रह्महृदय ब्रह्माणी
२०८ ब्रानि ब्राह्म
५, १३ ब्राह्मण
५८, ५८ ब्रूहि ब्राह्मणमचर्चिका ब्राह्मणमतल्लिका
२५५ ब्राह्मणच्छंसिन्
४९ ब्राह्ममुहूर्त
१८, १८ | भङ्कत्वा ब्राह्मवैवर्त
२१३ | भकक्षा ब्राह्माण्ड
२१३ भिकूट ५, ४९, २०८, २०९ | भक्त ब्राह
५ भक्ति (अनुरागविशेष:) २५४ भक्त्वा
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१८४ १८३ १८४ १८४ १८४ १८४ १८४ १८३ १८३ १८३
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१८४
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३, २५
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