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३७४
अकारादिशब्दाः छिद् (द्)
पृष्ठाङ्काः २०६
२४४ ३२, २६१
छिदिर
२२२
३२
छिद्र छिन्नरावणमस्तकनाम छुरण्ड छुरिकाबन्ध छुरिकाबन्धन छेक छेकाल छेकिल
ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः पृष्ठाङ्काः । अकारादिशब्दाः ९४ जगत्प्रभु
| जगत्प्राण ९१, २२३ जगत्साक्षिन्
७७ जगत्साक्षिसन्तति
| जगत्सू १३६ | जगदम्बा=(पार्वती), १३६ जगद्दीप २५५
जगद्बल २५५
जगद्योनि जगद्वहा | जगन्नाथ
जगन्नेत्र ९४ जगल्लग्न ११७ 'जगाति'
जगित जगीत:
३२, २६२
२४४
२२७.
४५
छेद
२१५ ३२, २६१
छेदन छेदसाम्य छेद्यक छोरण
१८५
१८५
जगः
२१६
जगः
१८५ १८५ १८५ १८५ २००
जकुट जक्षण
१००
जन्धि
जगच्चक्षुस्
जंघन
१२५ १२५
जघन्य
जगन्यज
२१७
जगज्जन्मज जगत् 'जगति' जगती जगतीधर (पर्वत:), जगतीनन्दन
१८५ ४५, ७७, २११
जघन्यभ-जघन्याख्यषष्प
२५२
जङ्गल जंघा
२८
४४
जटा
'जगतु'
१८५
जगत्कर्तृ=(ब्रह्मा), जगत्क्षय जगत्पति-(परमेश्वरः), जगत्प्रदीप
जटाजूट जटाझाट जटाटीन
७, ९७, २२९
२३० २२७ २२७
२२७
३३ / जटाटीर
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