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भाग : 7 साहित्यिक भाषा विभाग(आ):
3
3A
PrakriyaKaumudi Tiki
नरसिंहसरि
विठ्ठलाचार्य
Prāksta Prakāśa
वररुचि
के नाथ 26/67 | प्रक्रियामौमुदी-टीका कुंथु. 38/2 | के.नाथ 17/2 | प्राकृतप्रकाश | कोलड़ी 763 , लक्षण | सेवामंदिर गु.दे. 7 , , महावीर 6 अ3, ..
»
Lakşaņa
Bbūsaņa Sára
57 मुनिसुव्रत 6 9 108| भूषणसार (कौशिकी
व्याकरण के.नाथ 16/19 | मध्य-मनोरमा
Madhya Manoramā
Madhavi Dhatu Vrtti
सायणाचार्य
जिन राजसूरि शिष्य
| , 2/28-29 माधवीवातु-वृत्ति
7/3 , 15/239 | लघु उपसर्ग दीपिका , 2/22 | लिंगानुशासन प्रौसियां 6/4/94
Laghu Upsarga Dipikā
Lingānusasana
भट्टोजी दीक्षित
, 6973
, 6456
अज्ञात
महावीर 6 9 118) वाक्यप्रकाश
Vákya Prakāśa
रत्नसूरि उदयधर्म
शिष्य धर्म संज्ञ
Vakya Vivecana
Vidva Cintamani
विनयसागर
| के.नाथ 23/60 | कोलड़ी 947B , | कुंथु. 18/40 वाक्य-विवेचन सेवामंदिर 6 9 112 विद्व-चिंतामणि
प्रौसियां 6 अ 72 | विभक्ति अर्थ | कोलड़ी 756 , प्रत्यय 73 | के नाथ 18/53 | , विस्मय प्रकरण 74 , 24/49 | विशंति उपसर्गादि 75 | कोलड़ी 1010 | वैयाकरण भूषणसार
Vibhakti Artha
Pratyaya
, Vismaya Praka- मुनिने तसिंह
rana Vimsati Upasargādi
Vaiyākarana Bhusanasāra] कोण्डभद्र
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