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भाग : 7 साहित्य व भाषा विभाग (प्रा)
3A
26 | के नाथ 21/102 | क्रिया-कलाप
Kriyā Kalapa
विदयानंद
मुनिमुव्रत 6991
पौसियां 6943
कोलड़ी
757
के.नाय 14/84
गण-दर्पण
Gana Darpana
भोजदेवार्थ
|
,
7/46- गणरत्न महोदधि-वृत्ति
Guna Ratna Mahodadhi-| वर्द्धमान (गोविन्दसूरि| गद्य
Vrtti
का शिष्य) Goñcādi sabda Siddhi
कोलड़ी 755 | गोञ्चादि शब्द सिद्धि
के.नाथ 27/28
त्याद्य प्रक्रिया
Tyádyant Prakriya
उपाध्याय सर्वधर
| मुनिसुव्रत 6 अ 8धातु-पाठ
Dbātu Patha
पाणिनी
महावीर 6 इ 18
के.नाथ
7/16
, स्वोपज्ञ वृत्ति
हर्षकोति
|
2/19
| महावीर 6 अ 11
तालिकायें
धातु-रत्नाकर स्वोपज्ञ वृत्ति | Dhatu Ratnākara
साधु सुन्दरगणि
मू+व (प.ग.
7/29
धातू-रूपावली
,
Ripavali
रूपतालिकायें
वृ. गद्य में
.,
5/57 धातु-वृत्ति
+ Vrtti
उज्ज्वलदत्त 7/40 नयसुन्दरीय व्याकरण वृत्ति | Nayasundariya Vyakarana| नय सुन्दर
Vrtti 1045 पंचसंधि प्रक्रिया
Pancasandhi Prakriya
| अंसियां 6 आ 66
,
,
6 या 700
-
46 | महावीर 6 917| पाणिनीय व्याकरण शिक्षा | Paniniya Vyākarana Siksa
, 6 अ 13 | प्रक्रिया कौमुदी Prakriyā Kaumudi
रामचन्द्राचार्य
647
49
कोलड़ी 758
(पाणिनी) अनुसारिणी
के.नाथ 23/52
, (मध्य) कौमुदी
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