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जैन आगम-अंग सूत्र
[
3
विषय सकेत
भाषा
पन्ने
नाप पंक्त्याक्षर ल- चौxx अ.
8A
परिमाण
प्रतिलेखन सं. आदि 10
विशेष झातव्य
प्रा.
27x11x15x50सं.दोनों स्क.ग्र.2644] 17वीं
प्रथम अंग (आचरण)
26x11x13x40
1749
प्रा.
25x11x18x44 सं.प्र. स्कंध
18वीं
26x11x17x58
18,
24x11x7x33
1833 विक्रमपुर मनरंग
24x11x6x33
"
"
26x11x15x58
26x12x5x36
, प्र. , 19वीं
1936 ,,,,, ग्रं. 1817 जरगगढ़
लक्ष्मी विजय ,,,,4000/20वीं
27x12x4x32
27x12:5x32
,, द्वि ,, ,,8500/ 20वीं
27x11x4x42
प्र. छठे अध्य. तक
19वीं
| 27x12x13x 35 अपूर्ण बुटक
..
लकीरों की संख्या भिन्न भिन्न
अंग साहित्य | सं.
25x12x20x64
19 ,, | 26x12 x 13x40 | सं. दोनों स्कंधों की 1847
| ग्र. 1222527x11xllx 68 | संपूर्ण
19वीं 26x11x6x35 सं.प्र. अध्य. 16 1574
द्वितीय अंग
प्रा.मा.
60 | 26x11x6x27
16वीं
| 26x11x15x54,, दोनों स्कंध 23 अध्य) 1653
30x11x13x56
17वीं
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