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क्रमांक स्रोत परिचयाङ्क
1
2
1
2
3
4
6
7
8
10
5 प्रोसि. 1 16
1 अ 17
156
महा. 1 अ 2
9 के नाथ 29 / 38
,, 29/39
13/22
11
16
17
के. नाथ 2/4
1/20
20/34
18
27
19
"1
11
"
12 | कुन्थु 47/3
13 | के. नाथ 9/10
14 म 1 श्र 1
15 के नाथ 18 /58
"
1 22
11
**
1/11
ग्रन्थ का नाम
3
29/34
आचाराङ्ग सूत्र
"
"
37
19
19
11
17
11
15
11
"
11
71
"J
"
"
+ar.
9/15 | सूत्रकृताङ्गसूत्र
14 30
17
+ बा.
+ वृत्ति सह
की वृत्ति
की विषय सूचीं
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नाम रोमन लिपि में
3A
Acă rănga Sutra
35
"
""
""
"
22
"
"
"
"
""
""
+ Bala
"
+ Bālā
(with Vrtti)
Sutrakṛtānga Sūtra
Ki Vrtti
ki Visaya-suct
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ग्रन्थकार का नाम
व परिचय
4
37
सुधर्मा +
+
"
""
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27
सुधर्मा
भाग विभाग : 1 (श्र)
सूधर्मा +
सुधर्मा
33
सुधर्मा +
सुधर्मा
73
+ पार्श्वचद्र मू. ट.,
शोलांकाचार्य
+ पार्श्व चंद्र मू. + बा.,,
मू. ट.,,
शोलांकाचार्य
स्वरूप
5
सुधर्मा +
+
मू. (ग. प.)
11
मु. बा.,,
मु. ट.,
"
"
73
मू. (ग.)
मू. + वृ.
बृ. (ग.)
गद्य
मु.ट.
( प.ग.)
57
मु. ( प.ग.)
·