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174 ]
भाग (2) जैन सिद्धान्त व प्राचार विभाग-(अ)
3A
1 2 3 3A 45 1261 | कोलड़ी 139, | सूक्त.माला+बाला. 2 प्रतियां Suktamala+Baa. 2 copies ,,/
म.वा. (प.ग.)
1100
मू. (प.)
1262 | कुंथुनाथ 10/146| सूत्रप्राभृत
Sutra-prabhrta 1263 | के.नाथ गुटका 14| स्याद्वादसूचक महावीर स्तवन Syadvāda Sucaka Maha-| वा. विनयविजय
____vira, Stavana
1264 प्रोसियां 2/292 | स्याम्यशतक
Syāmya Sataka
सिंहमूरि
मु वृ. (प.ग.)
1265 कुंथुनाथ 36/1| स्वरूप संबोधन पंचविंशत्ति+ Svarāpa Sambodhana क्रम 26
वृत्ति Pancaviisati+ Vrtti
1266 | के.नाथ 18/15 | स्वाध्याय-संग्रह
Svadhyāya Sangraha
मेघविजय
1267
Hiyali 3
| सेवामंदिर गुटका | हियाली 3
6दे.
|Hingula Prakarana2copies विनयसागरोपाध्याय | म. (प.)
1268-| महावीर 2/132,| हिंगलपकरण 2 प्रतियां 691
19
ग
प.
1270. | कुंथुनाथ 14/34-फूट अपूर्ण व लघ ग्रंथ व टक | Stray Pages of Incompleteभिव 7838, 18/32-34,
पन्न 9 प्रतिया
works etc. (9 copies) 10/187
1279 | महावीर 1098,
1102.1812
14-16-17
1280 | ओ सयां बस्ता 20|
दुबारा
1281 मुनिसुव्रत बस्ता 7
1282 | सेवामंदिर यस्ता
19212)
125)
1283-| कोलड़ी बस्ता 69 87
70/
(5 प्रतिया 2 बस्ते)
(5 copies + 2 Baste)
1288-| के नाथ 881-3, 89 900, 1028-58
28/27,30
(2 प्रतियां)
(2 copies)
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