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134 ]
भाग (2) जैन सिद्धान्त व प्राचार विभाग :- (अ)
__1
5
3A | 500 Tresastha Jiva Bheda|
689
2
3 के.नाथ 14/126 | पांच सौ षष्ठ जीवभेद | कोलड़ी 827 पुण्यकुलक
ओसियां 2/416
690
Punya kulaka
मू ट. (प.ग.) मू. (प.)
691
692
Punya Chattisi 2 copies | समयसुन्दर
के.नाथ 14/111, पुण्य छत्तीसी 2 प्रतियां
26/103गु.
3
694
Punya Papa Kulaka
मू. (प)
695
,, 26/103गु. | पुण्य-पाप कुलक ओसियां 2/416
, 2/159 पुण्यप्रकरण के.नाथ 10/40 पुण्यप्रकाश-स्तवन
696
Panya Prakaraņa
अज्ञात
697
Punya Prakasa Stavana | विनयविजय
698 , 29/13 पुण्यफल-कुलक Punyaphala Kulaka जिनकीत्ति 699 कुंथुनाथ 44/ पुद्गल परावर्ती विचार | Pudgalaparivartti vicāra | हेमशीश 700 | के.नाथ 19/49 ! पुद्गल षट्त्रिंशिका निगोद , sattrimsika+Nigoda | अभयदेव/रत्नसूरि
विचार +वृत्ति
Vicāra+Vitti
। म ब.
701
कुथुनाथ 52/23 | पुष्पमाला
Puspamaa
म. हेमचन्द्र (अभयदेव | मू (प.)
शिष्य)
702
के.नाथ 13/40
703
+ वृत्ति
,
+vrtti
म. हेमचंद/
मू.व. (प.ग.)
. पुष्पमाला
704
मू (प.)
705
706
_
+ वृत्ति
+Vrtti
मू वृ. (प ग)
.., साधु सोमगणि (जिनभद्र का शिष्य) म. हेमचंद्र
707
पुष्पमाला
708
+बाला.
+Bali.
मू बा. (प.ग.) मू (प.)
709
म. हेमचंद्र
710
Puspamala Ki Avacuri
अज्ञात
, 15/9 | पुष्पमाला मुनिसुव्रत 2/294/ पुष्पमाला की प्रवचूरि
, 2/295 | पुष्पमाला की वृत्ति कुथनाथ 10/133/ पेढिया
711
"
+Vrtti
साधु सोमगणि
Pedhiya
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