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वरग़लाना
वरग़लाना स०क्रि० बहेकाववु; फटव (२) उकेर [-शी वि० कसरती वरजिश स्त्री० [फा.] व्यायाम; कसरत. वरण पुं० [सं.] वरवुं के पसंद करवुं ते (२) मंगळकार्यमा होता व० ने देवातुं दान वरद, - दाता वि० [सं.] वर देनारुं वरदान पुं० [सं.] वरनुं - इष्ट वस्तुनुं दान. ती वि० वरदाता
वरदी स्त्री० [ अ ] अमलदार वगेरेनो खास पोशाक; 'युनिफॉर्म' वरन् अ० बल्के
वरना अ० [ अ ] नहीं तो; अगर तो वरम पुं० [ अ ] सोजो
वरयात्रा स्त्री० [सं.] वरघोडो (२) जान वरसा पुं० [अ. वर्स: ] वारस वरांगना, वरानना स्त्री० [सं.] सुंदर स्त्री वरासत स्त्री० [अ.] वारसो के वारस होवुं ते. ०न् अ० वारसाहकथी वराह पुं० [सं.]मूंड;सूवर (२) एक अवतार वरिष्ठ वि० [सं.] सर्वोत्तम श्रेष्ठ वरुण पुं० [सं.] एक देव (२) एक ग्रह'नेप्च्यून'
वरुणालय पुं० [सं.] समुद्र वर्ग पुं०[सं.] श्रेणी (२) विभाग (३) गणितनो वर्ग - घात ( ४ ) चोरस वर्गलाना स०क्रि० जुओ 'वरग़लाना' वर्गीकरण पुं०[सं.]वर्गवार तफा पाडवा ते वर्चस् पुं० [सं.] तेज; वर्चस्व [निषेध वर्जन पुं० [सं.] वर्ज वुं ते; त्याग (२) मनाई; वर्जित वि० [ सं . ] छोडेलं; त्यक्त ( २ ) निषिद्ध; मना करायेलुं
वजिश स्त्री० [फा.] जुओ 'वरजिश' वर्ज्य वि० [ सं . ] त्याज्य (२) मना; निषिद्ध वर्ण पुं० [सं.] रंग (२) जाति (३) अक्षर
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वलेकिन
वर्णन पुं० [सं.] वर्णववुं ते; बयान वर्तन पुं० [सं.] वर्तवुं ते; व्यवहार ( २ ) 'बरतन'; वासण वर्तमान वि० [सं.] चालु मौजूद वर्तुल वि० [सं.] गोळ (२) पुं० गोळ; वृत्त (३) गाजर ( ४ ) वटाणा वर्त्म पुं० [सं.] रस्तो; मार्ग (२) चीलो वर्दी स्त्री० जुओ 'वरदी'
वर्द्ध ( - ) कवि० [ सं . ] वधारनारुं ( २ ) पुं० सुधार [वृद्धि
वर्द्ध (-र्ध) न पुं० [सं.] वधवुं ते; वधारो; वर्द्ध (-) मान वि० [सं.] वधतुं जतुं (२) पुं० महावीर स्वामी
वृद्धि ( धि ) त वि० [सं.] वलुं वर्म पुं० [सं.] कवच; बखतर [अंते) वर्य, - वि० [सं.] वर; श्रेष्ठ (समासने वर्ष पुं० [सं.] वरस; साल ( २ ) वर्षा. ०गाँठ स्त्री० जन्मगांठ; जयंती. ०फल पुं० वर्षफळ ( जोशी काढे ते) वर्षा स्त्री० [सं.] वरसाद; वृष्टि ( २ ) चोमासुं
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वहीं पुं० [ सं . ] मोर; मयूर [विचलन वलन पुं० [ सं . ] ग्रह आदिनी वक्रगति; वलय पुं० [सं.] कंकण; कडुं (२) घेरो वलवला पुं० [अ.] शोर (२) उत्साह (३) आवेश
वलादत स्त्री० [अ. विलादत ] प्रसव वाहक पुं० [सं.] वादळ ( २ ) पर्वत वलि ( - ली ) पुं० [ सं . ] रेखा; करचली वली पुं० [अ.] मालिक (२) वाली; संरक्षक (३) पीर; फकीर. ० • अल्लाह पुं० मोटो फकीर. ० अहद पुं० युवराज. • अहदी स्त्री० युवराजपद वले, ०क, ०किन अ० [अ.] परंतु; पण
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