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पित्ती
३२६ पित्ती स्त्री० अळाई (२) एक पित्तरोग पिल्लू पुं० इयळ पिदड़ी, पिही स्त्री०, पिद्दा पुं० एक पक्षी पिव पुं० (प.) पियुः पति पिधान पुं० [सं.] ढांकण; आवरण(२) पिशवाज स्त्री० [फा.] नाचती वखते म्यान (३) कमाड
पहेराय छे एवो एक जातनो घाघरो पिनकना अक्रि० ऊंघथी के अफीणना पिशाच पुं० [सं.] भूतप्रेतनी एक योनि नशाथी झोका खावां
पिशुन वि० [सं.] चाडियु (२) नीच; दुष्ट पिनकी पुं० अफीणियो
पिष्ट वि० [सं.] पीसेलु के पिसायेलं पिपासा स्त्री० [सं.] तरस (२) इच्छा; पिष्टपेषण पुं० [सं.] तेन ते फरी कह्या
लालच. -सित,-सी,-सु वि० तरस्युं करवू ते [दळी खानारी स्त्री पिपीलिका स्त्री० [सं.] कीडी [प्रिय पिसनहारी स्त्री० दळनार के दळणां पिय(-या) पुं० पियु; पति (२) वि० पिसना अ०क्रि० पिसावं; दळावं (२) पियक्कड़ वि० (दारू तमाकु इ०) खूब थाकीने लोथ थई जवं
पीनार-व्यसनी [-राई पिसर पुं० [फा.] पुत्र पियर वि०, -राई स्त्री० जुओ 'पिअर, पिसवाना सक्रि० पिसाव पिया पुं० (प.) जुओ 'पिय' पिसाई स्त्री० पीसवं ते के तेनी मजूरी पियाज पुं० जुओ 'पिआज'
(२) कडी महेनत पियादा पुं० [फा.] प्याकुं-शेतरंजन (२) पिसान पुं० आटो; लोट
पेदल सिपाई (३) (अदालतनो)सिपाई पिसौनी स्त्री० जओ 'पिसाई' पियादा-पा अ० 'पदल'; पगपाळू पिस्तई वि० पिस्ताना रंगर्नु पियार पुं० एक झाड (२) प्यार (३) पिस्ता पुं० [फा.] पिस्तुं
वि० प्यारं. -रा (प.) वि० प्यारं पिस्तौल स्त्री० पिस्तोल पियाल पुं० 'पियार' झाड
पिस्सू पुं० डांस पिरकी स्त्री० फोल्ली
पिहकना, पीकना अ.क्रि० टहुकवू पिराना अ०क्रि० पीडावं; कष्टावं पिहित वि० [सं.] ढांकेलं; छू' पिरोजा पुं० पीरोज-एक रत्न पींजना स० क्रि० पीजवं पिरोना सक्रि० परोव,
पीक स्त्री० पानवाळू थूक. दान पुं० पिलना अ०क्रि० एकसाथे कशा पर पीकदानी तूटी पडवू (२) पिलावू
पोकना अ०क्रि० जुओ 'पिहकना' .. पिलपिला वि० अंदरथी नरम ने भीन पीका पुं० कूपळ; नवं कोमळ पान पिलपिलाना सक्रि० दबाववू; घोळवं पीच स्त्री० भातनुं ओसामण (जेम के केरी)
पीछा पुं० पाछलो भाग (२) पीछो पिलाना सक्रि० पिवडाववं (२) पीवाने (३) पछीनो समय.. -करना = केडे
माटे आपq (३) अंदर भरवू पडवू; पीछो पकडवो. -पकड़ना= पिल्ला पुं० कुरकुरियं
पाछळ लागवं; केडो पकडवो -
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