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पाणं
प्रनच
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पयोनिधि • पनच स्त्री० पणछ
पनीर पुं० [फा.] फाडेला दूधनी एक पनचक्की स्त्री० पाणीथी चालती चक्की वानी. -चटाना= खुशामत करीने पनडुब्बा पुं० मरजीवो (२) पाणीमां काम काढ. -जमाना = आगळ पण
डूबी माछली पकडनार पक्षी फायदो रहे एवी रीते काम' लेवू पनडुब्बी स्त्री० 'सब-मॅरीन' -पाणीनी पनीला वि. पाणीपोचु (२) फीकु (३)
अंदर चालती नाव (२) एक पक्षी पनपना अ०क्रि० पाणी मळतां फरी पन्नग पुं० [सं.] साप
लील थर्बु (२) फरी साजूं थवं पन्ना पुं० एक जातनो हीरो पनभता पुं० सादो भात
पन्नी स्त्री० पित्तळ के कलाईनो वरख, पनभरा पुं० पाणी भरनारो; पाणियारो. जे वस्तुनी उपर शोभा माटे चोटाडाय -रिन स्त्री०
छे (२) पुं० [फा.] एक जातनो पठाण. पनवाड़ी पुं० पानवाळो; तंबोळी •साज पुं० ‘पन्नी' बनावनारो पनवारा पुं० जुओ 'पत्तल'
पपड़ा पुं० पोपडो(स्त्री०-डी).-छोड़ना पनस पुं० [सं.] फणस
=पोपडो बाझवो पनसारी पुं० जुओ 'पंसारी' पपीता पुं० पपैयो के पपैयुं पनसाल स्त्री० पाणीनी परब
पपीहा पुं० पपैयो; चातक पनसेरी स्त्री० जुओ 'पंसेरी' पपोटा पुं० पोपचुं पनह (-हा)रा पुं० पाणियारो पबारना सक्रि० (प.) फेंकवू पनहा पुं० कपडानो पनो (२) मर्म; भेद पब्लिक स्त्री० [इं.] जनता; लोक (२) पनहाना सक्रि० (आंचळने) दूध दोहवा वि० आम; सार्वजनिक [वादळ माटे शरूमां पंपाळवो
पय पुं०. [सं.] पाणी (२) दूध. ०द पुं० पनहारा पुं० (स्त्री० -रन,-रिन,-री) पयना वि० जुओ 'पैना' नदी जुओ ‘पनहरा'
पयस्विनी स्त्री० [सं.] गाय; बकरी(२) पनही स्त्री० जोडा
पयादा पुं० पायदळ सैनिक (२) वि० पना पुं० पर्नु; एक पेय
पगे चालतुं; 'पैदल' पनाती पुं० प्रपौत्र; पौत्रनो पुत्र पयान पुं० प्रयाण पनार,-रा,-ला पुं० जुओ 'परनाला': पयाम पुं० [फा. पेगाम; संदेश
-री, -ली स्त्री० नानी मोरी; नीक पयार, -ल पुं० पराळ. - झाड़ना= पनाह स्त्री० [फा.] रक्षा (२) शरण नकामी माथाकूट करवी पनिया वि० पाणी- के तेमां थतुं (२) पयोज पुं० [सं.] कमळ पं० पाणी. ना सक्रि० पाणी पावूः पयोद पुं० [सं.] वादळ सींचवू. ०सोत वि० झरण फूटे एवं; पयोधर पुं० [सं.] वादळ (२) स्तन (३)
बहु ऊंडु [पाणी संबंधी जळाशय (४) पर्वत - पनिहा वि० पाणी- के पाणीवाळं के पयो (नि०)घि पुं० [सं.] समुद्र
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