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नसीहत
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सीहत स्त्री० [ अ ] नसियतः शिखामण; ; सारी सलाह
नसेनी स्त्री० जुओ 'नसीनी' [ व्यवस्था नस्त पुं० [ अ ] दस्तूर; धारो (२) नख पुं० [अ.] नकल (२) अरबी लिपिनो एक मरोड
नस्ता स्त्री० [सं.] पशुना नाकनो वेध नाथी ते नथाय छे नस्तालीक़ पुं० [अ.] उर्दू फ़ारसी लिपिनो ( हाथे लखातो) एक सुंदर मरोड नस्ति ( - स्तो) त पुं० [सं.] नाथवाळु[ ( झंडो, तंबु इ० )
नाथेलुं पशु नस्य पुं० [अ] रोपवुं; खडुं करवुं नस्य पुं० [ सं . ] छींकणी ( २ ) पशुनी नाथ नस्योत पुं० [सं.] जुओ' 'नस्ति ' नत्र स्त्री० [अ०] गद्य लखाण नस्ल स्त्री० [अ०] नसल; वंश; जाति (२) संतति ; ओलाद
नस्सार पुं० [ अ ] 'नस्र' - गद्य लेखक महँ, -ह पुं० नख
नहछू पुं० विवाहनो एक विधि नहर स्त्री० [फा.] नहेर महरनी स्त्री० [सं. नखहरणी] नराणी नहरी वि० [फा.] नहेरनी ( जमीन ) नहरूआ पुं० नारुं के वाळानो रोग नहला पुं० पत्तांमां नव्वो के नेलो नहलाना स०क्रि० नवडाववुं नहस वि० [अ.] अशुभ; अपशुकनियाळ (२) पुं० अपशुकन
नहान पुं० स्नान के तेनुं पर्व नाना अ० क्रि० नाह नहार पुं० [अ.] दिवस (२) वि० निराहार; नयणा कोठावाळु. - तोड़ना नास्तो करवो
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नाक्रम
नहारी स्त्री० [फा.] नास्तो
नहीं अ० ना; नहि. ० तो अ० एम न होय के थाय तो; नहि तो; नीकर नहीफ़ fro [अ.] सुकलकडी; दुबळं-पातळु नहूसत स्त्री० [अ.] उदासीनता ( २ ) अशुभता
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नाँऊँ पुं० नाम. ०गाँऊँ पुं० नामठाम नाँगा वि० नानुं ( २ ) पुं० नागडो बावो माँधना स०क्रि० लंघवुं ; ओळंगवुं माँठना अ० क्रि० नाश पामवु [निराय छे नांद स्त्री० माटीनुं मोटुं कुंडु जेमा पशु नाँव पुं० नाम
ना अ० ना; नहीं (२) (फा.) 'अ' पेठे नकार सूचवतो उपसर्ग. जेम के नाउम्मेद इ० नाइत्तिफ़ाक़ी स्त्री० [फा.] विरोध; मतभेद नाइन स्त्री० नाईनी स्त्री; वाळंदण नाई स्त्री० समानता (२) अ० बरोबर नाई - ऊ पुं० नाई; हजाम नाउम्मेव वि० [फा.] नाउमेद; निराश. -बी स्त्री० निराशा [ घोडो इ० ) नाकंद वि० नहि पलोटेलो (बेल, नाक स्त्री० नाक (२) वि० [फा.] पूर्ण अर्थमां समासने अंते. उदा० दर्दनाक (३) [सं.] पुं० नाक; स्वर्ग. - का बाल = नजीकनो मित्र के सलाहकार . - रगड़ना = खूब दीन बनी आजीजी करवी. - सिनकना = नाक नसीकवुः - सिकोड़ना = नाक मरडवु. नाकों आना = खूब हेरान थवुं नाकों चने चबवाना = खूब पजवबुं नाकड़ा पुं० नाकनो एक रोग नावर, नाक़द्र वि० [फा.] कदर वगरनुं अगुणज्ञ (नाम - री, -द्री स्त्री०)