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दुकेला २६८
दुमदार दुकेला वि० (स्त्री० -लो) बेकलं दुदामी स्त्री० एक जातनुं सुतराउ कपडु
केले अ० बेकल: साथे कोईने लईने दुध-मुख,-मुंहाँ वि० जुओ 'दूधमुंहा' दुक्कड़ पुं० तबला जेवू एक वाजें दुष-हंडी, दुधांड़ी स्त्री० दूधनी हांल्ली दुक्का वि० बेकलं (२) जोडकुं दुधार, दुधैल वि० दुधाळ; दूझj (२) बुक्की स्त्री० दूरी (गंजीफानी); दूओ दूधवाळू दुख पुं० दुःख
दुधिया वि० दूधवाळु के दूध जेवू घोळू दुखड़ा पुं० दुखडं (२) आपवीती दुनाली वि० स्त्री० बेनाळी (बंदूक) दुखना अ० क्रि० दुखवं; पीडा थवी
दुनियवी, दुनियाई वि० दुन्यवी; संसारी दुखाना सक्रि० दुखाडवं; पीडा करवी दुनियां,-या स्त्री० [अ. दुन्या दुनिया. दुखानी वि० [अ.] आगना जोरथी चालतं -के परदे पर = आखी दुनियामां दुखारा,-री वि०(प.) दुखी; दुखियारं
* दुनियादार वि० संसारी (२) व्यवहारदुखी,-खिया,-खियारा वि० दुखी;
चतुर (३) पुं० गृहस्थ. -रो स्त्री० पीडित
दुनियासाज वि० [फा. मतलबी; स्वार्थी दुस्तर स्त्री० [फा.] दीकरी; पुत्री दुन्या स्त्री० [अ.] जुओ 'दुनियाँ' दुगई स्त्री० ओसरी; वरंडो
दुपट्टा पुं० बे फाळनी ओढवानी चादर दुगदुगी स्त्री० गळानो खाडो (२) (२) दुपट्टो; खेस. -तानकर सोना
गळानं एक घरेणं दूना' निरांते सू; निश्चित होवू [ 'दोपहर दुगना, दुगुण (-न) (प.), वि० बमणं; दुपहर (-रिया, -री) स्त्री० बपोर; दुग्ध पुं० [सं.] दूध
दुफ़सली वि० रवी अने खरीफ बनेमां दुचंद वि० जुओ 'दुगना'
पाकतुं (२) संदिग्ध [(२) चिंता दुचित (-त्ता) वि० अस्थिर चित्तनुं (२) दुबधा स्त्री० दुविधा; संशय; अस्थिरता
संदेहमां पडेलु [रता (२) संदेह दुबला, पतला वि० दूबळु; कमजोर दुचिताई, चित्ती स्त्री० चित्तनी अस्थि- दुबारा अ० बीजी वार; 'दोबारा' दुल्द पुं० [फा.चोर.(स्त्री०-दी-चोरी) दुबाला वि० बमणुं; 'दोबाला' । दुपदीदा वि० [फा. चोरीन. -निगाहें दुभाषिया पुं० दुभाषियो [(मकान)
कोई न देखे तेम जोनारी आंखो दुमंजिला वि० बे खंड के मजलानुं बुद्धक वि० खंडित; तूटक. -बात- दुम स्त्री० [फा.] पूंछडी. -के पीछे
साफ रोकडी के खरी वात। फिरना=केडे केडे फरवू.-दबा जाना दुत् अ० धुत; तुच्छकारनो उद्गार = डरीने भागवू.-में घुसना=गेब पई दुतकार पुं० धुत्कार
जवं; हठी जवं. -में घुसा रहना= दुतकारना स० क्रि० घुत्कारवू खुशामत करता रहे. -हिलाना = दुतर्फा वि० (स्त्री० –ी) बे तरफनुं पूंछडी पटपटाववी. [पूंछडानो पटो दुति स्त्री० (प.) द्युति; तेज दुमची स्त्री० [फा. घोडाना साजनो दुति (-ती)या स्त्री०(प.) बीज; द्वितीया दुमदार वि० पूंछडियुं; पूंछडीवाळू
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