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दमक
खूब के भारे चालवो. -भरना-दम भराववो; अभिमान ने विश्वासथी कहेवू. -मारना थाक खावो (२) बोलवू.-मारना, लगाना(चलम इ० नो)दम खेंचवो.-सूखना-प्राण सुकावा दमक स्त्री० चमक दमकना सक्रि० चमकवू; दमकवू दमकल स्त्री०, -ला पुं० पंप; डंकी; बंबो (२) गुलाबदानी दमखम पुं० [फा.] दृढता (२) प्राण दमचूल्हा पुं० लोढानी सगडी दमझांसा पुं० छळकपट (बहु सस्तुं दमड़ी स्त्री० दमडी; पैसो.-के तीन दमदमा पुं० [फा. मोरचो; रेतीना
थेलानु कामचलाउ रक्षण दमदार वि० [फा.] दमवाळू (२) मजबूत (३) तेज
[जूठी आशा दम-दिलासा पुं०,-पट्टी स्त्री० पटामणी; दमन पुं० [सं.]दमवू ते; दबाण (२) काबू दम-बदम अ० वारंवार; हरघडी दमबाज वि० [सं.]फोसलावनारु; बहानां
बतावनाएं वमसाज पुं० [फा.] दिलोजान दोस्त वमा पुं० [फा.] दमनो रोग बमाद पुं० जमाई; 'दामाद' दमादम अ० लगातार; लागलागट बमामा पुं० [फा.] ढोल; नगारं दमी वि० दमियल (२) गांजानो दम
खेंचनार दयनीय वि० [सं.] दयापात्र दया स्त्री० [सं.] दया; कृपा; करुणा दयानत स्त्री० [अ.] साची दानत; ईमान दयानतदार वि०दानतवाळू; ईमानदार. (नाम, -री स्त्री०) .
दयार पुं० [अ.] प्रदेश (२) देव-दार. दयामय, दया, दयालु वि० [सं.] दयाळु दयावना वि० दयामणु; दयापात्र दर पुं० [सं.] दर; काणुं; गुफा (२) डर (३) शंख (४) स्त्री० दर; भाव (५) किंमत; कदर (६) पुं० [फा.] द्वार (७) अ० अंदर; महीं दरअसल अ० [फा.+अ.] खरु जोतां; वस्तुतः
[आयात दर-आमद स्त्री० [फा.] आगमन (२) दरकना अ०कि.चिरावू;फांटवू;तरडावू दरका पुं० फाट; चीरो (२) चीरी
नांखे एवो फटको ['दरकना' दरकाना सक्रि० चीरवू (२) अ०कि. दरकार वि० [फा.]जरूरी(२)स्त्री०जरूर वरकिनार अ० [फा.] दूर; अलग । वरकूच अ० [फा. सतत कूच करतां दरखत, दरख्त पुं० [फा. झाड दरखा (-ख्वास्त स्त्री० [फा.] अरजी; विनंती (२) दरखास्त; प्रस्ताव दरगाह स्त्री० [फा.] दरबार; कचेरी;
डेली (२) दरघा; मकबरो दरगुजर वि० [फा.] दरगुजर; माफ (२) अलग
एवा अर्थमां दर-गोर श०प्र० 'जा जहानममां मर दरज वि० जुओ 'दर्ज' दरज स्त्री० जुओ 'दर्ज' दरजन पुं० 'दर्जन'; डझन दरजा पुं० [अ.] 'दर्जा'; दरज्जो (२) कक्षा; वर्ग (३) हालत; स्थिति (४) मकाननो माळ दरजी पुं० [फा.] दरजी; 'दर्जी' वरव पुं० 'दर्द'; दरद; पीडा (२) दया; करुणा
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