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कानीन
१०३ कानीन वि० [सं.] कन्याथी पेदा थयेल काफ़िरिस्तान पुं० [अ.]अफघानिस्ताननी कानीहाउस पुं० जुओ 'कॉजी-हाउस' 'काफ़िर' जातनो प्रदेश . कानून पुं० [फा.] कायदो. -छाँटना, काफ़िरी स्त्री० काफ़िरिस्तान' नी भाषा बघारना, लड़ाना = कानूनी चर्चा- काफ़िला पुं० [अ.] काफलो कायदाबाजी करवी;तर्कबाजी लडाववी । काफ़ी वि० [अ.] काफी; पूरतुं (२)स्त्री० कानूनगो पुं० [फा.] तलाटीओनो एक एक राग (३) कॉफी पीj [जवू उपरी-अमलदार
काफूर पुं० [फा.] कपूर. -होना= छू थई काननदाँ पुं० [फा.] कानून जाणनार काफ़री वि० कपूरनुं के तेना रंगनुं कानूनदानी स्त्री० [फा.] कायदानुं ज्ञान काब स्त्री० [तु.] मोटी तासक; थाळ कानूनन् अ० [अ.] कायदेसर
काब (बु)क पुं० [फा.] कबूतरखानुं कानूनिया वि० कानून जाणनार (२) काबर वि० काबरचीतलं तकरारखोर
काबलियत स्त्री० जओ 'काबिलीयत' कानूनी वि० कायदा कानूनने लगतुं, काबा पुं० [अ.] मक्कार्नु काबा स्थान ते संबंधी . काने
काबिज वि० [अ.] अधिकारवाळ (२) कानोंकान अ० कानोकान; एकथी बीजे दस्त रोकनारे; कबजियात करनारुं कान्फरेन्स स्त्री० [इं.] परिषद . .. क़ाबिल वि० [अ.] योग्य; लायक (२) कान्स्टिटयुशन पुं० [इ.] राज्यबंधारण विद्वान. ० (-ले)तारीफ़ वि० प्रशंसकान्स्टेबिल पुं० [इ.] पोलीसनो सिपाई .. नीय; वखाणवा लायक. दीद वि० कान्ह, ०र पुं० कहान; श्रीकृष्ण जोवा लायक कान्हड़ा पुं० कानडो राग
क़ाबिलीयत स्त्री० [अ.] . योग्यता; कापालिक पुं० [सं.] वपाली. बावो- लायकात (२) पांडित्य; विद्वत्ता शिवभक्त
काबुक स्त्री० [फा.] कबूतर राखवानी कापाली पुं० [सं.] शंकर;, महादेव पेटी; कबूतरखान कापी स्त्री० [इं.] कॉपी; नकल के नोट काबुल पुं० [फा.] काबुल प्रदेश. -में कापुरुष पुं० [सं.] कायर, बायलो माणस
क्या गधे नहीं होते ?= सारा साथे काफ़ पुं० [अ.] अरबी-फारसी वर्ण- नठारं नथी होतं ? गाम होय त्यां माळानो एक अक्षर (२) एक कल्पित पर्वत. -से काफ़ तक =आखा विश्वमा काबुली पुं० [फा.] काबुली (२) वि० काफ़िया पुं० [अ.]काफियो; अंत्य अनुप्रास. काबुलन के तेने लगतुं [हकूमत -तंग करना=पजववं
काबू पुं० [तु.] काबू; कबजो; सत्ता; काफ़िर वि० [अ.] एक जातिनुं काम पुं० काम; इच्छा; वासना (२) कर्म; (अफवानिस्ताननी सरहद परनी) (२) काम. -आना = काममां आवq (२) काफर; गेरमुस्लिम (३) नास्तिक (४) लडाईमां मरवू. -का= कामनु; उपनिर्दय (५) दुष्ट
योगी. -तमाम करना काम पूरुं करवू
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