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महाराजा कुमारपाल चौलुक्य*
इतिहास के साथ राजाओं का घनिष्ट सम्बन्ध है। राजाओं का कार्यक्षेत्र व जीवन-चरित्र विशेष व्यापक होने की वजह से उनके इतिहास से बहुत सी समकालीन घटनाओं का पता लग सकता है।
प्रस्तुत लेख में हम महाराजा कुमारपाल का वृतान्त प्रमाण पुरस्सर संक्षेप से लिखेंगे, जिनका सम्बन्ध समस्त गुजरात के साथ तो है ही, परन्तु, मेवाड़, मारवाड़ और दक्षिणादि देशों से भी है और जो चौलुक्य वंश के प्रतापी राजाओं में यशस्वी और अन्तिम राजा हुए हैं।
*महामहोपाध्याय गोरीशंकर हीराचन्द ओझा के सम्मान में समर्पित 'भारतीय-अनुशीलनग्रन्थ' से उद्भत ।
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