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लुंडिका - स्त्री० [सं०] गेंद, गोल पिंड । लुड़ियाना + - स० क्रि० पिंडीके रूपमें लपेटना | लुंडी - वि०स्त्री०जिसकी पूँछ था पर झड़ गया हो (चिड़िया) । स्त्री० [पिंडी, गोली ( लपेटे हुए सूतकी) । लुंबिनी - स्त्री० [सं०] कपिलवस्तुके निकट एक वन जहाँ बुद्धका जन्म हुआ था; एक राजकुमारी ।
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लुआठ-पु० दे० 'लुआठा' ।
लुआठा-पु० जलती हुई या अधजली लकड़ी ।
लुआठी-स्त्री० छोटा लुआठा ।
लुआब - पु० [अ०] थूक; लसदार रस । - दार- वि० जिससे लुआब निकले; लसदार ।
लुआर* - स्त्री० लू, गरम हवा - 'कैधों यह ग्रीषमकी लुटेरा - पु० लूटनेवाला, डाकू ।
भीषम लुआर है' - रला० ।
लुक - पु० एक रोगन जिसे मिट्टी के बरतनों पर चमक लानेके लिए लगाते हैं; आगकी लपट, चिनगारी । - दार- वि० जिसपर लुक फेरा गया हो। -साज़ - पु० लुक फेरनेका काम करनेवाला |
लुटना* - अ०क्रि० भूमिपर लोट जाना, लोटना; लुढ़कना ।
लुकंजन * - पु० एक अंजन जो लगानेवालेको अदृश्य कर लुठाना* - स० क्रि० लोटाना; लुढ़काना । देता है । लुठित-वि० [सं०] लुढ़का, गिरा या लोटा हुआ । लड़कना, लुढ़कना - अ० क्रि० चक्कर खाते हुए आगे बढ़ना या गिरना, नीचे ऊपर होते हुए घिसटना, रपटना । लुड़काना, लुढ़काना - स० क्रि० कोई चीज इतनी तेजी से फेंकना, ढकेलना कि चक्कर खाती हुई बढ़े |
लुढ़ना* - अ० क्रि० लुढ़कना; गिरना; पुष्पादिका तोड़ा
जाना ।
लुकना - अ० क्रि० छिपना, आड़में हो जाना । मु० लुकछिपकर - बहुत ही गुप्त रूपसे ।
लुकमा - पु० [अ०] कौर, ग्रास ।
लुकमान - पु० [अ०] कुरानमें वर्णित एक हकीम जो अपनी बुद्धिमत्ता के लिए प्रसिद्ध है । मु० - के पास दवा नहीं - रोगका असाध्य होना । लुका-छिपी - स्त्री० लुकने-छिपनेका एक खेल |
लुकाट - पु० एक वृक्ष या उसका फल | लुकाठ* - पु० दे० 'लुआठ'; 'लुकाट' ।
लुकोना* - स० क्रि० छिपाना ।
लुकायित - वि० [सं] छिपा हुआ, अदृश्य, अंतर्हित | लुगड़ा - पु० कपड़ा; ओढ़नी ।
लुत्थ* - स्त्री० लोध, लाश ।
लुत्फ़ - पु० [अ०] रस, मजा; आनंद; खूबी; अनुग्रह । लुनना-स० क्रि० फसल काटना; नष्ट करना; हटाना ।
लुकाना - स० क्रि० छिपाना । अ० क्रि० छिपना, लुकना । लुनाई - स्त्री० सुंदरता, सलोनापन; फसल काटने की क्रिया लुकार* - स्त्री० अग्नि, जलानेवाली शक्ति ।
लुकेठा* - पु० जलती हुई लकड़ी, लुआठी ।
लुग़त - स्त्री० [अ०] शब्द; भाषा; शब्दकोश | लगदा - पु० गीली चीजका गोला, लोंदा । लुगदी स्त्री० पीसी हुई गीली वस्तुका पिंड | लुगरा * - पु० कपड़ा; ओढ़नी, छोटी चादर; फटा कपड़ा ।
पीठ पीछे किसीका
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लुंडिका-लुका
लुटकना * - अ० क्रि० दे० 'लटकना' । लुटना - अ० क्रि० डाकुओं आदि द्वारा लूटा जाना; बर बाद, तबाह होना; लोटना; निछावर होना । लुटरना - अ० क्रि० लोटना; लुढ़कना । लुटरा- वि० घुँघराला ।
लुटाना - स० क्रि० डाकुओं या दूसरों को धन लूटने देना; उचितसे कम दामपर कोई चीज ग्राहकको दे देना; बरबाद करना; अंधाधुंध, बेरोक दान या खर्च करना । लुटावना* - स० क्रि० दे० 'लुटाना' । लुटिया - स्त्री० छोटा लोटा । मु०-डुगाना-अपयशका काम करना; काम चौपट करना ।
लुगरी - स्त्री० फटी-पुरानी धोती; दोष कहना, चुगली ।
लुगाई - स्त्री० स्त्री; पत्नी । लुगात - पु० [अ०] शब्दावली; शब्दकोश | लुगी* - स्त्री० लुंगी; फटी धोती; लहँगेका किनारा | लुग्गा * - पु० कपड़ा ।
लुचवाना-स० क्रि० नोचवाना ।
लुचुई* - स्त्री० (मैदेकी) नरम और पतली पूरी । लुच्चा - वि०कोई चीज लुचककर भागनेवाला, चाई, कमीना; बदमाश; दुराचारी, लंपट ।
लुच्ची - स्त्री० दे० 'लुचुई' । वि० स्त्री० दे० 'लुच्चा' । लुटंत* - स्त्री० लूट |
लुढ़ाना * - स० क्रि० दे० 'लुढ़काना' । लुदियाना - स० क्रि० गोल तुरपना, गुलना । लुतरा - वि० झगड़ा लगानेवाला, निंदक, चुगलखोर; शरारती; बदमाश ।
या मजदूरी
लुनेरा -५० फसल काटनेवाला; एक जाति जो शोरा आदि बनाने का काम करती है, नोनिया ।
लुपना * - अ० क्रि० लुकना, छिपना ।
लुप्त - वि० [सं०] छिपा हुआ; अदृश्य; नष्ट; जिसका लोप हो गया हो; जिसका प्रयोग न होता हो ।
लुप्तोपमा- स्त्री० [सं०] उपमा अलंकारका एक भेद जिसमें उसका एक या एकाधिक अंग लुप्त होते हैं । लुबधना * - अ० क्रि० लुब्ध होना ।
लुबुध* - वि० लुब्ध, लुभाया या ललचाया हुआ । लुबुधना - अ० क्रि० लुब्ध, मोहित होना । लुब्ध - वि० [सं०] आसक्त; लुभाया हुआ; मोहित । लुब्धक - पु० [सं०] लोभी व्यक्ति; लंपट; बहेलिया; एक
प्रकाशमान तारा ।
लुब्धना * - अ० क्रि० लुब्ध होना ।
लुब्ब-पु० [अ०] सार भाग, गूदा; खुलासा ।-लुबाबपु० सारका सार, निचोड़; इत्र ।
लुभाना - अ० क्रि० आकृष्ट या मोहित होना; लालच में पड़ना । स० क्रि० मोहित करना, रिझाना । लुरकनrt - अ० क्रि० झूलना, लटकना । लुरका - पु० झुमका ।
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