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यहाँ-यामिनी
६६६ व्यवहृत होता है)। वि० जब 'यह' के साथ कोई संज्ञा होती यात्रा-स्त्री० [सं०] जानेकी क्रिया प्रस्थान; चढ़ाई, युद्धहै तब वह विशेषणका काम करता है-'जैसे 'यह आदमी'। यात्रा; उपाय, व्यवहार, जीवन निर्वाह; उत्सवः नृत्य-गान यहाँ-अ० इस स्थानमें, इस जगहपर ।
युक्त, रासलीलाके ढंगका बंगालमें प्रचलित एक अभिनय । यहि*-सर्व०'यह'का विभक्ति लगनेके पहलेका पुराना रूप। यात्राधिदेय-पु० [सं०] (ट्रैवलिंग अलाउंस) यात्रा करने में यही-अ० [यह+ही निश्चित रूपसे यह, यह ही। होनेवाले खर्चके बदले मिलनेवाला भत्ता। यहूदिन-स्त्री० यहूदीकी स्त्री।
यात्रावाल-पु०तीर्थ यात्रियोंको देवदर्शन करानेवाला,पंडा। यहदी-पु० यहद देशका निवासी एक शामी जाति । यात्रिक-प० [सं०] यात्रीः राहखर्च. यात्राकी सामग्री: यांचा-स्त्री० याच्ना, माँगना; याचना करना ।
तीर्थयात्री; वह जो जीवन-धारणके उपयुक्त हो; यात्राका यांत्रिक-पु०[सं०](मशीनिस्ट) मशीनों,यंत्रोंको चलानेवाला, उद्देश्य; उत्सव; उपाय । वि० यात्रा संबंधी; रीतिके अनुउनके कल-पुरजोंका रहस्य जाननेवाला; मशीनें बनाने सार, प्रथानुकूल । वाला। वि०(मेकानिकल)यंत्र-संबंधी; यंत्रवत् चलनेवाला। यात्री(त्रिन)-पु० [सं०] यात्रा करनेवाला, गुसाफिर; या-सर्व०वि० ब्रजभाषामें विभक्तिमें जोड़ा जानेवाला 'यह'
का रूप । [फा०] संदेह, विकल्पसूचक शब्द, अथवा, वा, याथातथ्य-पु०[सं०] यथार्थता, असलियत, तथ्यानुरूपता। किंवा संबोधनसूचक हे, ऐ। -अली,-इलाही-पु० ऐ याथार्य-पु०[सं०] यथार्थ होनेका भाव, यथार्थता,सत्य ।
खुदा (दुआ माँगने, आश्चर्य प्रकट करनेके लिए)। याद-स्त्री० [फा०] स्मृति, स्मरणशक्ति स्मरण करनेकी याक-पु० [तिब्ब० 'ग्या', सं० 'गावक'] हिमालयपर क्रिया ।-गार-पु०,-गारी-स्त्री० स्मारक, स्मृतिचिह्न । मिलनेवाला एक जंगली बैल जिसकी पूंछके बालसे चँवर -दाश्त-स्त्री० स्मरणशक्ति, स्मृति स्मरणार्थ लिखा हुआ बनता है । वि० एक (बैसवाड़ी)।
लेख । मु०-करोगे-स्मरण करोगेपछताओगे। -किया याकूत-पु०[अ०] लाल रंगका एक बेशकीमत पत्थर, लाल। है-बुलाया है। -फरमाना-बादशाह या उच्च पदाधियाग-पु०[सं०] यश ।-संतान-पु० इंद्रपुत्र जयंतका नाम। कारीका किसीको बुलाना। याचक-पु० [सं०] माँगनेवाला, भिखारी ।
यादव-पु० [सं०] यदुका वंशज; कृष्ण; गोधन । याचकता-स्त्री० [सं०] भीख माँगनेकाकाम,भिखमंगीका पेशा। यादवी-स्त्री० [सं०] यदुकुलकी स्त्री; दुर्गा; कुहिनी; सुरा याचन-पु० [सं०] दे० 'याचना' (स्त्री०)।
गृहयुद्ध (आ०)। याचना-स० क्रि० प्रार्थना करना, माँगना । स्त्री० [सं०] | यादवीय-वि० [सं०] यादव-संबंधी । पु० गृहयुद्ध । माँगनेकी क्रिया।
यादृश-वि० [सं०] जैसा, जिस प्रकारका । [स्त्री० 'याशी'] याचमान-वि० [सं०] याचना करनेवाला, याचक । यान-पु० [सं०] सवारी, घोड़ा-गादी इत्यादि वाहन; याचिका-स्त्री० [सं०] (पिटीशन) आवेदनपत्र, प्रार्थनापत्र, गमन, जाना अभियान, आक्रमण । -भत्ता-पु० [हिं०] अजी।
सवारी रखने तथा सवारीसे आने-जानेके खर्चके रूपमें याचित-वि० [सं०] प्रार्थित, माँगा गया ।
मिलनेवाला भत्ता, यानाधिदेय । याचिता (त)-पु०[सं०] भिखारी प्रार्थी ।
यानांतरण-पु० [सं०] (ट्रांशिपमेंट) यात्रियों अथवा मालयात्रा-स्त्री० [सं०] दे० 'यांचा'।
असबाबका एक पोत या एक यानसे उतारकर दूसरे पोत याच्य-वि० [सं०] याचना करने योग्य, माँगने योग्य ।। या दूसरे यानमें पहुँचाया जाना । याज-पु० [सं०] अन्न; यज्ञ करनेवाला; एक ऋषिका नाम । यानाधिदेय-पु० [सं०] (कनवेयस अलाउंस) किसी कर्मयाजक-पु० [सं०] यज्ञ करने या करानेवाला ।
चारीको साइकिल, इक्का आदि सवारी रखने के लिए याजन-पु० [सं०] यज्ञ करने, करानेका कार्य ।
मिलनेवाला अधिदेय (भत्ता)। याजि-स्त्री० [सं०] यश। पु० यश करनेवाला ।
यानी-अ० [अ०] अर्थात्, मतलब यह है। याजी (जिन्)-पु० [सं०] यज्ञ करनेवाला ।
यापन-पु० [सं०] बिताना; चलाना; व्यवहार करना। याज्ञवल्क्य-पु० [सं०] प्रसिद्ध ब्रहावादी ऋषि, राजा | याता-वि० [फा०] पाया हुआ (जैसे 'सनदया ता')। जनकके गुरु, मैत्रेयी और गार्गीके पति; वैशंपायनके शिष्य याब-पु०[फा०] पानेवाला (जैसे 'कामयाब', 'फतहयाब')। एक ऋषि; याशवल्क्य स्मृतिके रचयिता ।
याम-पु० [सं०] पहर, तीन घंटेका समय, काल, समय । याज्ञसेनी-स्त्री० [सं०] यशसेन (द्रुपद)की पुत्री, द्रौपदी। वि० यम-संबंधी । * स्त्री० रात ।-घोष-पु० पहर-पहरयाज्ञिक-पु० [सं०] यज्ञ करने, करानेवाला ।
पर बोलने, शब्द करनेवाला; शृगाल; मुर्गा; घड़ी। याज्य-वि० [सं०] यज्ञ कराने योग्य; जो यशभे दिया या यामाता(त)-पु० [सं०] दामाद, दे० 'जामाता'।
चढ़ाया जानेवाला हो; जो यज्ञ करनेसे प्राप्त हो (दक्षिणा)। यामि, यामी-स्त्री० [सं०] यामिनी, रात; कुलवधू । यात-वि० [सं०] गत; व्यतीत ।
यामिक-पु० [सं०] पहरुआ, पहरेदार । वि० याम-संबंधी। यातना-स्त्री० [सं०] अति कष्ट, पीड़ा।
यामित्र-पु० [सं०] लग्नराशिमें सातवाँ स्थान; दे० यातायात-पु० [सं०] आना-जाना, गमनागमन (ट्रैफिक)। 'जामित्र'।। किसी पथसे होनेवाला मालका तथा थात्रियों आदिका | यामिन, यामिनि*-स्त्री० दे० 'यामिनी' । गमनागमन ।
यामिनी-स्त्री० [सं०] रात हल्दी; कश्यपकी एक स्त्री। यातुधान-पु० [सं०] राक्षस ।
-चर-पु० राक्षस, उल्लू पक्षी; गुग्गुल ।
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