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मिथ्याहार - पु० [सं०] अयुक्त, प्रकृतिविरुद्ध आहार | मिथ्योपचार - पु० [सं०] गलत इलाज । मिनकना - अ० क्रि० डरते-डरते या धीरेसे कुछ बोलना । मिनकी+ - स्त्री० विल्ली - मूसा इत उत फिरै, ताकि रही मिनकी' - सुंद० ।
मिनट - पु० [अ०] घंटेका साठवाँ भाग, ६० सेकंड । मिनमिनाना - अ० क्रि० 'मिन मिन' करना । मिनहा - पु० [अ०] घटाव, मुजरा, कटौती (करना, होना) । वि० जो काट लिया गया हो, जो घटा लिया गया हो । मिनहाई - स्त्री० [अ०] मिनहा होना, कटौती । मिन्नत - स्त्री० [अ०] बिनती, आजिजी; चापलूसी; उपकार; कृतज्ञता । -गुजार - वि० कृतज्ञ । मिमियाना - अ० क्रि० 'में में' करना, बकरी या भेड़का बोलना ।
मियाँ - पु० [फा०] सरदार; मालिक; पति; शिक्षक, उस्ताद; अमीरजादा, मालिकका बेटा; मुसलमान; सम्मानित जनका संबोधन । - बीबी, - बीवी - पु० पति-पली । - - मिटठूवि० मधुरभाषी, भोला, बुद्ध । पु० बच्चा; तोता । मु० की जूती मियाँका सर - जिसकी चीज हो, उसीके विरुद्ध उसका प्रयोग करना । (अपने मुँह) - मिटठू बनना - (अपने मुँह) अपनी तारीफ करना। -मिटठू बनानातोते की तरह रटाना, विना समझाये पढ़ाना । मियान - पु० [फा०] मध्य भाग । स्त्री० तलवार आदिका खोल या गिलाफ |
मियाना - वि० [फा०] बीचका, मझोला । पु० एक तरह की पालकी; गाड़ीका बम ।
मियानी - स्त्री० [फा०] पाजामे में दोनों पायँचोंके वीचका कपड़ा, रूमाल |
मिरग* - पु० दे० ' मृग' । - चिड़ा - पु० एक छोटी चिड़िया । -छाला - पु० दे० 'मृगछाला' ।
मिरगी - स्त्री० एक मानस रोग, अपस्मार ।
मिरचा -५० लाल मिर्च |
मिरजई - स्त्री० [फा०] कमरतकका बंददार अँगरखा । मिरज़ा - पु० [फा०] अमीरजादा, शहजादा; मुगलोंकी उपाधि ।
मिरजान - पु० [फा०] मूँगा ।
मिरदंग- ५० दे० 'मृदंग' |
मिरवना * - स० क्रि० मिलाना ।
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मिलकी * - पु० दे० 'मिल्की' । मिलता-जुलता - वि० लगभग समान, एक-सा । मिलन - पु० [सं०] मिलना, भेंट इकट्टा होना; मिश्रण । मिलनसार - वि० जो सबसे प्रेमके साथ मिलता, मेल-जोल रखता हो, सुशील ।
मिथ्याहार -मिल्कीयत
मिलनसारी - स्त्री० मिलनसार स्वभाव, सुशीलता । मिलना - अ० क्रि० संयोग होना, जुड़ना, सटना; एक होना; मिश्रित होना; भेंट होना; भेंटना, गले मिलना; भिड़ना, छूना समान होना, एकसा होना; पाना ( पता, नफा); लाभ होना; सुरोंका मेल होना; पक्षमें हो जाना, अनुकूल हो जाना; * दूध दुहना । मिल-जुलकर - अ० इकट्ठे होकर, मेलके साथ - (ना) जुलना - पु० भेंटमुलाकात, राहोरस्म | मु० मिल-बाँटकर खाना - सबको बटकर, नफे आदिमें दूसरोंको शामिल करके खाना या उपभोग करना ।
मिलवाना - स० क्रि० दूसरेको मिलने या मिलाने के लिए प्रेरित करना; मिलन कराना । मिलाई-स्त्री० मिलानेकी क्रिया; मिलानेकी उजरत; भेंट, मिलन (कैदी के साथ); मिलनी । मिला-जुला - वि० मिश्रित, गड्डमड्ड । मिलान- पु० मिलानेकी क्रिया; मिलाकर जाँचना; तुलना; * पड़ाव - 'ओहि मिलान जौ पहुँचै कोई' - प० ।-केंद्रपु० (एक्सचेंज) नगर या जिलेका मुख्य दूरवाणी-कार्यालय जिससे वहाँ के सभी दूरवाणी-यंत्र संबद्ध होते हैं और जहाँ स्थानीय लोगोंसे या अन्य नगरवालोंसे दूरभाष करनेके लिए परस्पर संबंध मिला देनेकी व्यवस्था की जाती है । मिलाना - स०क्रि० एक चीजका दूसरी चीज में योग करना, मिलावट करना; इकट्टा करना, संयोग करना; सटाना, जोड़ना; भेंट कराना, एक व्यक्तिको दूसरेके पास पहुँचाना; स्त्री-पुरुषका संयोग कराना; मेल कराना; मिलाकर देखना, तुलना करना; मिलान करना; किसीको अपनी ओर करनाः दूसरे पक्ष से फोड़ना; (बाजेके) स्वरोंका मेल करना । मिलाप - पु० मेल; भेंट, प्रेम, दोस्ती । मिलाव - पु० दे० 'मिलावट' ।
मिरिच - स्त्री० दे० 'मिर्च' ।
मिरियासि* - स्त्री० बपौती, पैतृक संपत्ति- 'यह तो संबुक मिलावट - स्त्री० मिलाया जाना, मिश्रण; बढ़िया चीजमें
मलिन सर करटनकी मिरियासि' - दीनद० ।
घटिया चीजका मेल ।
मिर्गी - स्त्री० दे० 'मिरगी' |
मिर्च - स्त्री० काले रंगका गोल, कटुतीक्ष्ण स्वादवाला दाना जो मसालोंके रूपमें व्यवहृत होता है; लाल मिर्च, मिरचा । मु०- ( ) लगना - बहुत बुरा लगना, असह्य होना । मिल स्त्री० [अ०] आटा आदि पीसनेकी कल या कारखाना; कपड़ा बुनने, लकड़ी चीरने आदिकी कल । मिलक* - स्त्री० दे० 'मिल्क' | मिलकना * - अ० क्रि० जलना - 'तब फिर जरनि भई नख मिल्कीयत-स्त्री० [अ०] वह चीज जिसपर मालिकाना हक सिखतें, दिया बाति जनु मिलकी' - सू० ।
मिलित- वि० [सं०] युक्त, लगा हुआ, मिला हुआ । मिलौनी - स्त्री० मिलावट, मेल; मिलनीकी रस्म । मिल्क- स्त्री० [अ०] अधिकारमुक्त वस्तु, माल, जायदाद । मिल्कियत - स्त्री० दे० 'मिल्कीयत' । मिल्की - पु० [अ०] मिल्कवाला, जमींदार, जागीरदार ।
हो, जायदाद, जमींदारी ।
मिलनी - स्त्री० व्याहकी एक रस्म, कन्यापक्षवालोंका वरपक्षवालोंसे गले मिलना और उन्हें रुपये देना । मिलवना* - स० क्रि० दे० 'मिलाना' । मिलवाई - स्त्री० मिलवानेकी क्रिया या भाव; मिलवानेके बदले दिया जानेवाला धन ।
मिलिंद - पु० [सं०] भौंरा । मिलिक-स्त्री० दे० 'मिल्क' |
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