________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
नारा
५५३
बननि-बबुआ होना नया रूप मिलना; दूसरी स्थितिमें जाना, आसीन, बनावना*-स० क्रि० दे० 'बनाना। नियुक्त होना; सुधरना दुरुस्त होना; सिद्ध, सफल होना | बनावरि-स्त्री० बाणोंकी अवलि, पंक्ति । (काम, बात); सजना, सँवारना; बनावट करना, जो बात बनासपाती*-स्त्री० दे० 'वनस्पति'-'नासपाती खाती अपने में न हो उसका प्रदर्शन करना; फटका जाना, साफ | वे बनासपाती खाती है'-भू० । होना (अनाज); बेवकूफ बनाया जाना; मालदार होना; बनि*-स्त्री० अन्नके रूपमें दी जानेवाली दैनिक मजदूरी। पटना, मेल होना हो सकना, शक्य होना । मु०बन -हार-पु० बनीपर काम करनेवाला; खेतीके काममें आना-संयोग मिलना, अभीष्ट-सिद्धिका अवसर मिलना। किसानकी सहायता करनेवाला स्वतंत्र मजदूर । बनना-टनना-बनाव-सिंगार करना, सजना-सँवारना। बनिक-पु० दे० 'वणिक' ।। बन पड़ना-हो सकना, शक्य होना । बन-बनाकर बनिज-पु० दे० 'वाणिज्य'। -ब्योपार-पु० वाणिज्य-बनकर, पूरी तरह बनकर। बना रहना-कायम रहना,
___ व्यापार। मौजूद रहना।
बनिजना-स० क्रि० व्यापार करना; क्रय करना। बननि*-स्त्री० बनाव, सिंगार, बनावट ।
बनिजारा-पु० दे० 'बनजारा'। बनप्रशई-वि० [फा०] बनफ्शेके रंगका ।
बनिजारिन, बनिजारी-स्त्री० बनजारेकी स्त्री। बनरा-पु० दूल्हा; (लड़के) ब्याह में गाया जानेवाला बनित*-पु० बाना; सजावट । एक गीत; * बंदर।
बनिता-स्त्री० स्त्री पत्नी । बनरी-स्त्री० दुलहिन, नववधू ; मर्कटी ।
बनिया-पु० व्यापार करनेवाली एक हिंदू जाति, वैश्य बनयना*-स० कि० बनाना।
आटा-दाल आदि बेचनेवाला। बनवाना-स० क्रि० बनानेका काम दूसरेसे कराना। | बनियाइन-स्त्री. गंजी जैसी कुरती जो बुनी होती है। बनवारी-पु० वनमाली, कृष्ण ।
बनियेकी स्त्री। बनवैया -पु० बनानेवाला; बनवानेवाल।।
बनी-स्त्री० अन्नके रूपमें मिलनेवाली दैनिक मजदूरी बनसपती -स्त्री० दे० 'वनस्पति' ।
वनस्थली; वाटिका; दुलहिन; वधू, नायिका। * पु० बनाइ*-अ० दे० 'बनाय' ।
वणिक , बनिया। बनाउ* -पु० दे० 'बनाव' ।
बनीर* -पु. बेत, वानीर । बनाउरि-स्त्री० बाणावली।
बनेटी-स्त्री० पटेबाजीके अभ्यासमें काममें लायी जानेवाली बनागि*-स्त्री० दावानल ।
वह लाठी जिसके दोनों सिरोंपर लटटू लगे रहते हैं। बनाग्नि-स्त्री० दावानल ।
बनैला-वि० जंगली, वन्य । बनात-स्त्री० एक रंगीन ऊनी कपड़ा।
बनोबास*-पु० दे० 'वनवास' । बनाना-स० कि० रचना, निर्माण करना, तैयार करना बनौआ, बनौवा-वि० बनावटी। वस्तुको काममें लाने लायक रूप देना; नया रूप देना, बनौटी-वि० कपासके फूलके रंगका, कपासी। दूसरी वस्तुमें बदल देना (सबसे शकर, दोस्तसे दुश्मन बनौरी -स्त्री० ओला, उपल । इ०); गढ़ना, रचना (वात, बहाना); साफ करना,विनना- बन्नी-स्त्री० अन्नके रूपमें मिलनेवाली दैनिक मजदूरी फटकना (अनाज); काट-छीलकर दुरुस्त करना; सँवारना; बनरी, दुलहिन । किसी पदपर नियुक्त, आसीन करना; सुधारना, मरम्मत बन्हि-पु० दे० 'वहि' । करना कमाना, पैदा करना (रुपया बनाना), व्यंग्य द्वारा बप-पु० बाप, पिता। -भार-पु० वापकी हत्या करने उपहास करना, व्याज-निंदा द्वारा लजवाना। बना. वाला। कर-अ० अच्छी तरह । मु०-पछोड़ना-पाटकना,साफ बपतिस्मा-पु० [अं० 'बैपटिम'] ईसाई धर्मकी दीक्षाके करना। -बिगाड़ना-अच्छी या बुरी हालत में पहुँ- समय किया जानेवाला एक संस्कार । चान।। बनाये रखना-जिंदा रखना, कायम रखना। | बपना*-सक्रि० बीज बोना, वपन । बनाबंत, बनाबनत*-पु० वर-कन्याकी जन्मपत्रियोंका
न्मपत्रियोका बपु, बपुख*-पु. शरीर; रूपअवतार । मिलान ।
बपुरा*-वि० बेचारा, दीन, अशक्त । बनाय*-अ० अच्छी तरह; बहुत ज्यादा; बिलकुल। बपौती-स्त्री० बापकी छोड़ी हुई जायदाद, पैतृक संपत्ति । बनाव-पु० बनावट बनना-सँवरना; युक्ति, उपाय; मेल । बप्पा -५० बाप (प्रायः संबोधनरूपमें प्रयुक्त)। -सिँगार-पु० बनना-सँवरना।
बफारा-पु. भाप; दवा मिले हुए पानीकी भापसे शरीर बनावट-स्त्री० बनानेका भाव, रचना, गठन रूप; बनने. | या अंगविशेषको सेंकना (देना, लेना)। का भाव, आडंबर, दिखावा, नुमाइश ।
बफौरी-स्त्री० भापसे पकायी हुई बरी। बनावटी-वि० दिखाऊ कृत्रिम, नकली।
बबकना-अ० क्रि० उत्तेजित होकर पोलना, बमकना * बनावनो-पु. अनाज बनानेपर निकलनेवाली मिट्टी, उछलना। कंकड़ी, कचरा आदि।
बबर-पु० [फा०] अफ्रीकामें पाया जानेवाला शेर, सिंह । बनावनहार, बनावनहारा*-पु० बनानेवाला, रचयिता; / बबा*-पु० दे० 'बाबा' । सुधारनेवाला।
| बबुआ-पु० बड़ा जमींदार, बाबू; पुत्र, दामाद, देवर
For Private and Personal Use Only