________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
शीख
४७७
शुकनियाळ रुखसत। [-आपकी रुखसताना या पीनळ(-ठो) पुं० एक पेड़; सेमल बिदाई देना.]
शीरीन वि० सीरी; मीठा ... शील पुं० लोहेकी नोकदार आधी शी न० किसी आटेका शीरे जैसा खोखली सलाख ; सीख (बोरे से नाज घोल ; घोला (२) जलेबी आदिका निकालनेकी) [सिख ; सिक्ख खमीरवाला घोल [देखिये 'शीरु' शील पुं० सिक्ख संप्रदायका अनुयायी; शीरो (शी') पुं० हलवा; हलुआ (२) शीखवधं सक्रि० सिखाना,पढ़ाना (२) शील न० शील; स्वभाव (२) व्यव[ला.]पट्टी पढ़ाना,कान भरना उभाड़ना हार; चाल-चलन; शील (३)चरित्र; शीखवावु अ०क्रि० 'शीखव'का कर्मणि चारित्र्य; शील (४)देखिये 'शियळ शीखवं स० क्रि० सीखना; पढ़ना; (५)वि० स्वभाववाला;शील (समाज्ञान प्राप्त करना
समें); उदा० 'दानशील' शोखे अ० समेत; साथ
शीशम न० सीसम (पेड़) शीड स० क्रि० बंद करना;
शीशी स्त्री० शीशी;बोतल।-सुंघाडवी पाटना; पाटकर बंद करना (छेद, = चीर-फाड़के लिए क्लोरोफ़ार्म देना.] दरार आदि) (२) कुछ चीज़ भीतर शीशो पुं० बड़ी बोतल ; शीशा। शीशारख कर बंद करना (लिफ़ाफ़ा) (३) मा उतार =धोखा देकर वशमें कर (कर्ज) अदा करना, चुकाना
लेना; शीशे में उतारना.] शीतल वि० शीतल; ठंडा; सर्द
शीळ न० देखिये 'शील' शीतला, शीतलासातम देखिये शीतळा';
शीळवंत, शीळवंत, शीळवान वि० शील'शीतळासातम'
वान; शीलवत् नेकचलन शीतळ वि० देखिये 'शीतल'
शीळवा पुं०, शीळस न९, शीळी स्त्री० शीतळा स्त्री० शीतला; चेचक (रोग) एक चर्मरोग; शीतपित्त; जुडपित्ती; (२)चेचक रोगकी अधिष्ठात्री देवी; पित्ती
.. [सातम शीतला (३) वि० स्त्री० शीतला।
शोळीसातम स्त्री० देखिये 'शीतळा[-कादवा, टाकवाचेचकका टीका
शीळ वि० शीतल; ठंडा लगाना.]
शीळो पुं० छाँह; छाया शीतळासातम स्त्री० श्रावण शुक्ला या । शीकली स्त्री० देखिये 'शीकली'
भाद्रपद कृष्णा सप्तमी; एक त्यौहार शीकी स्त्री० दोनों या पत्तलोंकी बांधी शीचळो पुं० थूहर, झाड़-झंखाड़ आदि हुई गड्डी (२) देखिये 'शीकली' उठाकर लानेका लकड़ीका एक साधन, शकुं न० देखिये 'शीकुं' [आदि कांटा
काहे [प.] शीग (री, ई, गोटी) देखिये शिंग शीव (ने) अ. क्यों; किस लिए; शींगोरी (-) देखिये 'शिंगोडी'; शीबी पुं० हबशी जातिका आदमी; __ शिंगोडु'
[सगुन हबशी
[सीधा शुकन न० देखिये 'शकुन' (२) अच्छे शीषू न० भोजनकी कच्ची सामग्री; शुणानिया वि० सगुनवाला
For Private and Personal Use Only