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वर
वरवं वि० बेडौल ; विरूप; बदशकल;
भद्दा (२) खराब ; गंदा बरवू सक्रि० पसंद करना; चुनना (२)
वरके रूप में पसंद करना; ब्याहना [प.] वरवं अ० क्रि० खर्च होना; इस्तेमाल
होना; खपना वरशी स्त्री० बरसी। [(विवाहनी)
-थवी = शुभके बदले अशुभ होना.] वरस न० वर्ष ; बरस; साल । [-थवां
= बुढ़ापा आना; आयु ढलना.] वरसगांठ स्त्री० बरसगाँठ; सालगिरह वरसदहाडो पु०, वरसवंटोळ न० करीब
एक सालका समय; एकाध बरस वरसवं अ० क्रि० वर्षा होना; बरसना । (२) बूंदोंकी तरह गिरना; झड़ना; बरसना (३) स० क्रि० बड़ी मात्रामें देना, फेंकना, बखेरना; बरसाना वरसाव पुं० वर्षा; बारिश (२) बड़ी मात्रामें बरसना (फूल, रुपये आदि)। [-चडवोबादल चढ़ना;घटा घिरना। - नी पेठे वाट जोवी = वर्षाकी तरह राह देखना; अति आतुरतासे प्रतीक्षा करना। वरसी जq = दे देना; प्रसन्न होकर खूब दे देना.] वरसी स्त्री० देखिए 'वरशी' वरसूद स्त्री० प्रतिवर्ष मिलनेवाली बँधी
रकम; सालियाना वरसोवरस अ० हर साल ; सालाना वरसोळी स्त्री० देखिए 'रसोळी' वरंड (-डो) पुं० बरामदा; दालान;
ओसारा परागडं वि० देखिए 'वडागरूं'। वराड पुं० ; स्त्री हिस्सा; भाग। [वराडे
पडतं = हिस्सेके अनुसार; जितना जिसके हिस्से में आवे.]
वर्चस्व वराडु(व') न० रस्सी; डोरी वराध (ध,) स्त्री० बच्चोंको होनेवाला
एक रोग (२) एक वनस्पति बराप स्त्री० उत्कट इच्छा;तीव्र लालसा; तलब (२)ज़मीनकी वह स्थिति जिसमें वर्षाके बाद बादल फटने पर पानी सूख जाता है और वह जोतने योग्य होती है (३) फुरसत वराळ स्त्री० भाप; भाफ; बाष्प (२) [ला.] भड़ास ; दिलका बुखार, गुबार। [ऊनी वराळे न काढवी= ज़रा भी मुंह न लगना; चूं न करना; विरुद्ध न बोलना(२)दिलका गुबार न निकालना.] बराळयंत्र न० भापसे चलनेवाली मशीन वरांसो (०) पुं० भरोसा (२) पछतावा वरियाळी (व') स्त्री० सौंफ़ वरी स्त्रो० एक अन्न; काँगनी; कैंगनी वर पुं०; न० भेड़िया; वृक वरुणी स्त्री० देखिए ‘वरणी' वरे९(रे') न० रस्सी; डोरी वरो पुं० बिरादरीको भोज देना (२)
उपयोग; खर्च वर्ग पुं० किसो बड़े समूहका एक विभाग; वर्ग (२) जातिके अनुसार किये गये समूहोमें से प्रत्येक समूह; वर्ग (३) श्रेणी; कक्षा; दर्जा (४) शालामें विद्यार्थियोंकी पढ़ाई के लिए निर्धारित किया गया श्रेणीवार कमरा; दर्जा (५) वर्ग; 'स्क्वेर' [ ग.] । [-करवो= दो समान संख्याओंका गुणा करना; वर्ग करना (२) दर्जा या श्रेणी बनाना.] वर्गमूल (-ळ) न० वर्गमल वर्चस न० वर्चस्; कांति; तेज (२)
शक्ति; पराक्रम; वर्चस् (३)वीर्य वर्चस्व न० देखिये 'वर्चस'
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