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आंतरी
आंतरो (०) पुं० अंतर; फ़ासला; फ़र्क ( २ ) अंतरपट; परदा ( ३ ) भेद ( ४ ) ध्रुपदका दूसरा हिस्सा ; अंतरा (५) दो रेखाओंसे छेदा हुआ तीसरी रेखाका भाग; ' इन्टरसेप्ट ' [ग] । [ - राखवो = भेद-भाव रखना; दिल खोलकर बात न करना. ] आंषण (०) न० देखिये 'आधण ' आंबळियुं (०) न० साहस ; अविचारित
कर्म; विवेकहीन कर्म
आंधळी खिसकोली (०) स्त्री० एक खेल; अंधा भैंसा
आंधळी चाकण, (-ळ, ळण ) (०) स्त्री० दोमुंहा साँप ; गुंगी
आंधळं (०) वि० अंधा; अंध ( २ ) ज्ञानहीन; अंधा (३) अँधेरा ; प्रकाशरहित । [ आंधळियां करवां = आँख मूंदकर साहसमें कूद पड़ना; बिना सोचे-समझे कूद पड़ना । आंधळे बहेरं कुटा अंधे और बहरेका - एक सरीखे अज्ञानमें भटकना; घोटाला और बढ़ना. ]
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आंधळंब, आंधळंभीत (०) वि० पूरा या निपट अंधा
आंषी स्त्री० आँधी; अंघड़ ( २ ) अंधापन । [- आववी, चडवी = आँधी उठना.] आंबलियो (०) पुं० आमका पेड़ [ प . ] आंबली (०) स्त्री० इमली (२) चि आंबलीपींपळी (०) स्त्री० एक खेल आंबवुं (०) स० क्रि० आगे बढ़े हुएकी बराबरीमें आ जाना; पकड़ लेना
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आंहीं
(२) अ०क्रि० आम जाना; गुठलाना आंबळी स्त्री० आंबळं (०) न० देखिये 'आमळी, आमळं '
आंबागाळो (०) पुं० आमका मौसम आंबामोर (०) पुं० बौर; आमका मौर (२) धानका एक प्रकार आंबावाडियंन०, आंबावाडी (०) स्त्री० अमराई; आमका बाग़ आंबाशा ( -सा) ख (०) स्त्री० पेड़ पर पका हुआ आम; सीकल; कोपर आंबाहळवर (०) स्त्री० आँबाहलदी आंबेल (०) न० एक जून अलोना रहने का व्रत (जैन)
आंबेल (०) स्त्री० ( बालकके जन्मके समयकी ) नाल
आंबो (०) पुं० आम; आमका पेड़ (२) बच्चोंका एक खेल आंबोई (०) स्त्री० नाभिके नीचे रगोंकी गाँठ जैसा अंदरका भाग आंबोळियुं (०) न० अमहर; रोठा आंस (०) पुं० धुरा; अक्ष
आंसु (०) न० आँसू ; अश्रु । [ - आववां, खरवां, पडवां, वहेवां = आँसू गिरना; रोना । - ढाळवां = रोना; आँसू ढालना । —लूछवां, लोहवां : रोनेवालेको शान्त करना ( २ ) ढाढ़स दिलाना; आँसू पोंछना. ] आंहां (०) अ० आँहाँ; ऊँहूँ हांस (०) स्त्री० हाँ-ना (करना ) ; पसोपेश
आंहीं (०) अ० यहाँ
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