________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
योजना
योजना स्त्री० योजना; आयोजन; व्यवस्था (२) किसी कार्यके बारेमें उसकी रीति, वस्तु, उद्देश्य आदिका पहलेसे किया हुआ विचार; योजना
र पुं० दूसरा अंतःस्थ वर्ण
रकझक स्त्री० झकझक; खींचतान रकम स्त्री० वस्तु; चीज (२) गहना ; ज़ेवर (३) बहुत रुपये-पैसे; घन; रक़म (४) संख्या ; रकम [ग. ] ( ५ ) गणितका प्रश्न, सवाल । [ - उपाडवी = पैसे उधार लेना; लौटाने की शर्त पर पैसे लाना
(२) कोई चीज या जेवर चुराना. ] रकमबंध वि० थोक; फुटकर या खुदराका उलटा (२) अ० एक क़लम ; पुरे तौरसे; समूचे (३) हिसाबसे; एकके बाद एक; क्रमसे
रका (के) बी स्त्री० रकाबी; रकेबी रक्षबुं स० क्रि० रक्षा करना रखडपट्टी स्त्री० आवारागर्दी; मटरगश्त (२) धक्का; चक्कर
रखड अ०क्रि० भटकना ; व्यर्थ चक्कर काटना (२) [ला. ] -का ठिकाना न लगना; किसी काममें न लगना (३) काम पूरा न होना; बीचमेंसे विनष्ट होना; लटक जाना [ हरहा (पशु) रखडा वि० भटकता; आवारा (२) रखडामण न०, (-णी) स्त्री० बेकार घूमना या व्यर्थ चक्कर लगाना; [ आवारा रखड (-डेल) वि० देखिये 'रखडाउ' ; रखती स्त्री० मान; लिहाज़; मुरौवत
भटकना
गु. हि- २६
૪૦૨
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
योजं स०क्रि० संबद्ध करना; जोड़ना (२) योजना करना; रचना; तरतीबसे रखना ( ३ ) नियुक्त करना; लगाना; प्रवृत्त करना
रखरख न० तड़प; छटपटी; बेचनी रखरखवं अ० क्रि० तड़पना; छटपटाना (२) जलना; खूब तपना रखवाळ पुं० चौकीदार; रखवाल रखवाळी स्त्री०, (चुं) न० रखवाली; चौकी (२) रखवालीकी मजदूरी;
रखवाना
खाई रखवाई [हुई स्त्री; रखेली रखात स्त्री० बिना विवाह किये रखी रावबुं स०क्रि० 'राखबु' का प्रेरणार्थक; [ रखा जाना रखा अ० क्रि० 'राखवु' का कर्मणि; रखे (०) अं० शायद ; कदाचित् ; कभी रखेवाळ (ळी, छं) देखिये 'रसवाळ' आदि
रखेळवूं स०क्रि० रखियाना; अनाजको सड़ने से बचानेके लिए उसमें राख मिलाना
रखो ( ० पियो) पुं० गाँव या खेतकी चौकी करनेवाला; रखवाला; चौकीदार रखोपुं न० देखिये 'रखवाळं ' रख्या स्त्री० राख; भस्म रग स्त्री० रग; नस (२) [ला. ] मनका झुकाव ; मनोवृत्ति ( ३ ) हठ; खब्त; घुन । |- ओळखबी, जाणवी, तपासबी, पारलबी = मनोवृत्ति जानना; रग पहचानना । - तो भोगियो = रग-रगसे बाक़िफ़ ]
For Private and Personal Use Only