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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir माणसाई ३७९ मा गॅवाना (२) नपुंसकता प्राप्त करना; माथु न० सिर;खोपड़ी(२)घड़के ऊपरपुरुषत्व गवाना.] का भाग; सिर (३)किसी चीजका मन माणसाई स्त्री० मनुष्यता; इंसानियत भाग;माथा; सिर। [माथा उपर(होवं) माणियो पुं० घियांडा =मुरब्बी, सरपरस्त होना (२) सिरनाणी स्त्री० बारह मनकी तौल (कच्ची) मांखों पर होना; सम्मान्य होना;उदा० माणेक न० माणिक ; मानिक 'माव्या तो माथा उपर'। मायाना वाळ माणेकठारी स्त्री०शरत्पूर्णिमा; कोजागर घसाई जवा=बहुत दुःख सहन करना मातबर वि० खुशहाल ; तालेवर (२) अधिक परिश्रम उठाना पड़ना; मातुं (०तातुं) वि० हृष्ट-पुष्ट (२)मत्त सिर खपाना ।मायानु फरेल, फाटेल = मात्रा स्त्री० बारहखड़ीमें वर्णके ऊपर किसीका कहा न माननेवाला; सरकरा । लगाया जानेवाला () यह चिह्न माथानो मणि, मुगट = सरदार; सिरमात्रा(२)काव्य या संगीतमें एक स्वरके ताज (२) पति; सिरताज । मायामा उच्चारणमें लगनेवाला काल; मात्रा गजघाल्या होवा=किसीसे न दबना। (३) धातुकी भस्म; रसायन (४) मायामांटपला वागवा%3Dठोकर उठाना, किसी चीजका योग्य परिमाण; मात्रा; दुःखका अनुभव करना । मायामा धूळ प्रमाण [वृत्त घालवी% इज्जत पर पानी फेरना। मात्रामेळ छंद पुं० मात्रिक छंद; मात्रा- मायामां पवन भरावो घमंडमें पूर मायाकूट स्त्री० माथापच्ची; झंझट; होकर अकड़कर चलना; इतराना पचड़ा(२)बेकार श्रम, बला; चरखा, (२) सिर चकराना; चक्कर आना। झंझटवाला काम मायामां भूसं भरावं = गलतफ़हमी या मायाकूटियु वि० झंझटवाला; झंझटी वहमका भूत सवार होना। माया मागासीक स्त्री० माथापच्ची; झंझट वगरनु = निडर; जान पर खेलनेमायादीठ अ० प्रति मनुष्य ; फ़ी आदमी वाला। -आपq=सिर देना; प्राण मायाफरेल(-लु) वि० सिरफिरा; निछावर करना। -उठाव देखिये मिज़ाजवाला; क्रोधी 'मायुं ऊंचकवू'। -ऊंचकQ=सिर मायाफोड स्त्री० सिरपच्ची; मग़जपच्ची उठाना; विरोष, मुकाबला करना। मायाफोडियुं वि० झंझटी (काम); -ऊंचु राखq = सिर ऊंचा करना; बखेड़िया (मनुष्य) आत्मसम्मानपूर्वक रहना; मग़रूरी मायाभारे वि० मिज़ाजी; सरकश रखना; सिर उकसाना। -कापq= माथावटी स्त्री. वह कपड़ा जो साड़ीमें बहुत नुकसान पहुंचाना (२)दगा देना। सिरके नीचेके हिस्से में सिया जाता है -कूटq= मग़ज़ चट कर जाना (२) (२) सिर परके कपड़े पर पड़े हुए सिर धुनना; सिर पर खाक उड़ाना; तेलके धब्बे(३)सिरका भाग; पेशानी; शोक करना। -खबवाळवं, खणq= माथा(४)आबरू [ला. [वाला कर विचारमें पड़ जाना; सोचमें पड़ना मामावेरो पुं० फी आदमी लिया जाने- (२) शरमिंदा होना; खिसिया जाना। For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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