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भ पुं० 'प' वर्गका-ओष्ठय चौथा व्यंजन भकभक अ० भक-भक ; जोरसे (२)रहरहकर वेगसे निकलनेवाले धुएंका शब्द; भक-भक भक्काबोलुं वि० स्पष्टवक्ता(२)कटुभाषी भक्त वि. विभक्त; अलग बना हुआ या किया हुआ (२)विभाजित; बँटा हुआ (३) अनुयायी; भक्त; -पर आशिक (४) भक्ति करनेवाला; भजनेवाला (५)पुं० उपासक; भक्त [स्त्री भक्ताणी स्त्री० भगतिन (२) भक्तकी भक्ति स्त्री० भजना; भजन; उपास्य देवताका नाम जपना(२)प्रेम ; श्रद्धा; भक्ति (३)नवकी संज्ञा भत पुं० भक्ष्य ; आहार (२)अ० भक'
आवाजके साथ (३) तुरत . [गवार भल्साड वि० मोटा; गाढ़ा(२)निडर; (३) भगत वि० पुं० भजन करनेवाला; भगत भगवाळुन० बड़ा सूराख [(२)जोरसे भगभग अ० 'भगभग' आवाजके साथ भगवू वि० गेरुआ; काषाय भगार, स० क्रि० भगाना (२) ठगकर या बहकाकर ले जाना या असल स्थान छुड़ाना भगीरथ पुं० राजा भगीरथ (२) वि० दुष्कर; बहुत मुश्किल । [-प्रयत्न = महाप्रयास; भगीरथ प्रयत्न.] भचकावबुं सक्रि०गचसे भीतर घुसाना;
धंसाना (२)टकराना - भवका म०कि० भचकवु'का भावे रूप (२) भटकना; व्यथ घूमना
भर सक्रि० किसी भारी चीजसे
जोरसे दबाना;कुचलना(२)दरदराना; ___ दलना [पद या गीत; भजन भजन न० भजन नामस्मरण(२)भक्तिका भजनमंडळी स्त्री० भजनमंडली .. भजनिक वि० भजन करनेवाला या गानेवाला; भजनी; भजनीक भजनियां न० ब० व० भजन (२) करताल (३) गालियां [ला.] भजव, स० कि० नाटक खेलना; रूप
भरना; अभिनय करना भज, स० क्रि० भजन करना; भजना; नामस्मरण करना (२) जपना; जप करना(३)सेवा करना; भजना (४) घूस देना; उदा. 'तेने कांई भज्यं के शुं?' [खाद्य चीज़; पकोड़ी भजियुं न० तलकर बनाई हुई एक भटकण (-j) वि० भटकनेवाला;
आवारागर्द; व्यर्थ घूमनेवाला भटक, अ० कि० भटकना; व्यर्थ घूमना भटकावूम०कि.(दो व्यक्ति या चीजोंका आपसमें) टकराना (२) बीचमें आना; बाधक होना; आड़े आना (३) भटकना; व्यर्थ घूमना (४) [ला.]अकस्मात् मिल जाना या हत्थे चढ़ना (५) लड़ाई या कजिया होना; भिड़ना भटको न०० व० व्यर्थ कोशिश (२) चक्कर; फेरे। [-मारवां = लालसासे व्यर्थ कोशिश करना (२)भटकना.] भटूरि, भटोळियुं न० कुत्तेका बच्चा; पिल्ला
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