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प्रेरणा प्रेरणा स्त्री. प्रेरणा करना; प्रेरणा (२)प्रोत्साहन उत्तेजना;प्रेरणा (३) आदेश; आज्ञा प्रेरj सक्रि० भेजना;प्रेरना [प.] (२). गति, प्रोत्साहन, आज्ञा या गुप्त सलाह देना; प्रेरणा करना।
फटाकरो प्रेस न० प्रेस; दाबनेकी कल (२)रुई
आदिको दबाकर गाँठे बांधनेकी कल (३) छापनेकी कल ; प्रेस (४) प्रेस; छापाखाना (५) अखबार [ला.] प्लेटफॉर्म न० प्लैटफार्म (रेल्वे स्टेशनका) (२) मंच; प्लैटफार्म
फ पुं० 'प' वर्गका दूसरा ओष्ठय व्यंजन फई, फईजी, फईबा देखिये 'फोई' फकरो पुं० पैरा फकीर पुं० फ़क़ीर; त्यागी; वैरागी फकीरी स्त्री० फ़क़ीरी; साधुता फक्कड वि० लोकलाजकी परवाह न करनेवाला; उच्छृखल (२) छैला; सजीला (३) सुंदर (४) उड़ाऊ; फक्कड़; बेफ़िक्र फगवं अ० क्रि० झूठ बोलना; मुकरना . (२)नियंत्रणमें न रहना; हाथसे जाना फगाव स० क्रि० छलना (२) मलत समझाना (३)फेंकना; झिड़कना(४) अस्वीकार करना फजेत वि० बदनाम फजेती स्त्री० फजीहत; दुर्गति; भद
(२) बदनामी; फजीहत । फजेतो पुं० भद; फजीहत (२) पके
आमकी गुठली, छिलके आदि घोकर बनाई जानेवाली कढ़ी। फट अ० तिरस्कारका उद्गार; फ़िश; .छी (२) फट (आवाज) (३) 'फटा हुआ-खुला'; उदा. 'उधाडं फट'।
कहे = "धिक्' कहना..
फटक अ० फड़फड़ानेकी आवाज़ (२)
स्त्री० धकपक; डर; चौंक फटकडी स्त्री० फिटकरी; फटकरी फटकवू अ० क्रि० खिसकना; ठिकाने न होना (भेजा; बुद्धि) (२) हाथसे जाना; काबूमेंन रहना (३)(रंग) उड़ना फटकारवं स० क्रि० पीटना; ताड़ना
(सोटी या चाबुकसे); फटकारना [प.] फटकारो पुं० प्रहार, झटका या उससे उत्पन्न शब्द (२) चित्तभ्रम ; उन्माद (३) खटका; धड़क फटकासाळ स्त्री० झटका-करपा फटको पुं० चाबुक या सोटीका प्रहार (२) हानि; घाटा ला.]। [-परखो, वागवो प्रहार होना (२) नुकसान पहुँचना; घाटा सहना.] फरको पुं० अंगोछा; गमछा ... फटफट अ० पटाखे आदिकी आवाज; पटाखा; फट-फट (२)धिक्-षिक् (३)
झट-पट; बगैर सोचे-समझे . फटफटी स्त्री० मोटरसायकिल फटव, स० कि० देखिये 'फटावदूं.' फटाकसी स्त्री० छोटी बंदूक ; पिस्तौल फटाकडो पुं० पटाखा
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