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अस्तरो
अस्तरो, अस्त्री पुं० उस्तुरा; अस्तुरा;
उस्तरा अहसान न० देखिये 'अहेशान' अहालेक पुं० अलख अहित न० अहित; अकल्याण (२)हानि अहीर पुं० अहीर; ग्वाला; आभीर अहीं अ० यहाँ; अत्र; इधर अहीतहीं अ० इधर-उधर अहींयां अ० यहाँ; इधर अहेवाल पुं० अहवाल; वृत्तांत अहेशान न० एहसान ; आभार [कृतज्ञ अहेशानमंद वि०अहसानमंद ; आभारी; अहोभाग्य न० बड़ा भाग्य; खुश-नसीबी महोहो अ० अहह अळखामणुं वि० अप्रिय अळगुं वि० अलग; दूर (२) न्यारा; निराला (३) न० रजोदर्शन अळतो पुं० अलता; महावर (२)
मेहँदीका लोंदा [ला.] अळवी स्त्री० अरवी; घुइयां अळवीतरं वि० तूफ़ानी; ऊधमी (२) न० तूफ़ान अळशियु, अळसियुं न० अलसीका तेल अळशी स्त्री० .अलसी 'अळसियुं न० केंचुआ; गिंजाई [घाम अळाई स्त्री० अम्हौरी; गरमी-दाना; अंक पुं० अंक; चिह्न छाप; निशान(२) संख्याका चिह्न; अंक (३) दाग़; कलंक (चंद्रमें) (४) गोद; अंक (५) नाटकका एक भाग; अंक अंकगणित न० अंकगणित अंके अ० अंकोंमें जकड़कर अंकोराबंध अ० शृंखलाबद्ध रीतसे (२) अंकोडी स्त्री० अंकुड़ी; लग्गी (२) लग्गी; लकसी (३) कटिया
अंगियो अंकोडो पुं० अंकुड़ा; जंजीरका आंकड़ा
(२) अंकुड़ा; हुक (३) सँड़सा अंग न० अंग; शरीर (२) अवयव (३) भाग (४) खुद; आप । [-तळे घालवू = किसीकी कोई वस्तु हड़पना; दबा बैठना; हजम करना । -तूटq = देह टूटना; अंग टूटना; अंगड़ाई । -तोडq = खूब मेहनत करना। -भराई आवq, जq = (थकावट या मेहनत-मजदूरीसे) शरीरका जकड़ना या दुखना ।-भरावं = देहके जकड़नेका असर मालूम होना; ज्वरके लक्षण दिखाई देना। -भारे थवं = शरीरका बोझ बढ़ना; मस्ती या सुस्ती आना.] अंगउधार वि० (२) अ० हाथ-उधार अंगकसरत स्त्री० कसरत; व्यायाम अंगत वि० खानगी; निजी अंगनुं वि० निजका; खानगी (२) विश्वासी (३) नज़दीकी (सगा) अंगमहेनत स्त्री० शारीरिक श्रम अंगमोडा पुं० ब० व० अंगड़ाई आना;
देहका टूटना अंगरखं न०, अंगरखो पुं० अँगरखा अंगवस्त्र न० उपरना (२) रखेली [ला.] अंगार पुं० अग्नि (२) अंगार; अंगारा (३) जलन (४) कपूत [ला.] । [अंगारा ऊठवा = अंगारों पर लोटना; खूब अखरना.] अंगारवायु पुं० 'कार्बोलिक एसिड गैस' अंगारी स्त्री० अंगारी; चिनगारी (२)
अँगीठी अंगारो पुं० देखिये 'अंगार' अंगियुं न० झगा आस्तीनकी) अंगियो पुं० अॅगिया; चोली (बिना
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