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तुच्छकार
२३८ तुच्छकार पु. अनादर; तिरस्कार तुकार पुं० देखिये 'तुंकारो' । तुच्छकार सक्रि० दुतकारना तुकार सक्रि० तुकारना तुणाई स्त्री० रफू करनेका काम या तुकारो पुं० तुकार (अशिष्ट संबोधन) उसकी उपत (२) तुनाई; तुमाई तुंगुं वि० मोटा; स्थूल; पुष्ट (२) न० (रुईकी) र्थक रूप; तुमाना हलककुद् (३) फूला हुआ पेट (४) तुणावतुं सक्रि०'तूण'क्रियाका प्रेरणा- चिढ़से फूला हुआ मुंह [ला.] तुनियाट पुं० देखिये 'तुनियाट'. तुंड वि० तुंद; मिजाजी; उद्धत तुनाई स्त्री० देखिये 'तुणाई' तुंडमिजाज पुं० गरम मिजाज तुनाव सक्रि० देखिये 'तुणावयूँ तुंरमिजाजी वि० गरम मिजाजवाला; तुनावं अ०क्रि० 'तूण'का कर्मणि रूप घमंडी तुनियाट पुं० रफ़गर (२) तूमनेवाला तुंता न० ब०६० 'तू-तू करना; तुकारना (रुईको) (३) बिसाती (४) तुच्छ तुंद, (०मिजाज), (मिजाजी) देखिये
मनुष्य ; हेच-पोच [ला.] [घमंड 'तुंड' आदि बमाली वि० मिजाजो; घमंडी(२ स्त्री तुंबडी स्त्री० एक बेल; तुंबी (२)तुमड़ी; तुमार पुं० दो पक्षोके बीच में लंबा पत्र- तूंबा। [-मालवी- भिक्षुक बनना.] व्यवहार; काग़ज़ी का वाई; मिसिल; तुंबडं न० तूंबा (फल); तुमड़ा; तुंबा तमार .
(२) इस फलको खोखला बनाकर तुमारी वि० लंबे पत्रव्यवहारसे संबद्ध बनाया हुआ पात्र ; तूंबा; तुमड़ी (३) तुरत अ० तुरत; झट; तुरंत
सिर; मुंड (तिरस्कारमें) [ला.] तुरंग न० कैदखाना; जेल
तूक स्त्री० कविताको अमुक पंक्तियोंका तुराई स्त्री० तुरही; शहनाई
समूह; तुक; पद्यांश तुराई स्त्री० बुना हुआ कपड़ा लपेटनेका तूट स्त्री० टूटना; अवरोध (२) संबंध "जुलाहेका एक औजार; तूर
न रहना; अनबन; विरोध (३) तुरि(-) स्त्री० जुलाहोंकी कूच या तंगी; कमी .. बानेका सूत तानेमें भरनेका औज़ार; तूटक वि० अलग हो गया हुआ; बिछुड़ा तुरी; भरनी
थांवला . हुआ (२) खंडित; अपूर्ण (३) अ० तुलसीक्यारो पुं० तुलसीका थाला या
अलग-अलग; पृथक -तुलसीपत्र न० तुलसीपत्र (२)निर्णायक तूटफाट स्त्री० फूट; अनबन (२)दरार मत; 'कास्टींग वोट'
तूटयूँ अ०क्रि० टूटना; खंडित होना तुव(-३)र स्त्री० तुर; अरहर ; तुवर
(२) संबंध छूटना; भंग होना (मैत्री, (२) उसका पौधा
सगाई आदि) (३) दिवाला निकतुळसी स्त्री० तुलसी (पौधा)
लना (४) भगदड़ मचना; पलायन तुळसीक्यारो, तुळसीपत्र देखिये 'तुलसी- होना। [सूटी पडवू = (किसी काम क्यारो', 'तुलसीपत्र'
में) जोरोंसे और निश्चयपूर्वक लग तुं स० तू
नाना; जुट जाना.]
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