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पुं० 'ट' वर्गका - मूर्द्धस्थानीय चौथा व्यंजन (२)निरापोंगा; जड (व्यक्ति) डग पुं० ढेर; पुंज उनलाबंध वि० (२) अ० बहुत; ढेरों उगली स्त्री० छोटा ढेर; ढेरी गलो पुं० ढेर; अटाला; राशि। -बई बकुंअंजर-पंजर ढीले हो जाना; पस्तहिम्मत हो जाना.]
पषु वि० डगमग; डांवाडोल उधर वि० अति वृद्ध; खूसट .. गड्डो पुं० जड मनुष्य (२) पतंगमें
खड़ी लगायी जानेवाली तीली; ठड्ढा उप(-फ) अ० गिरनेकी आवाज; धप ब स्त्री० ढब; ढंग; तौर; रीति ब, अ०कि. 'ढब ढब' आवाज़ करना (२)डूबना (३)मर जाना; ढेर होना बबु पुं० दो पैसोंके बराबरका सिक्का; . अपन्ना; टका
कईं अ०क्रि० (ढोलका)बजना (२) । . पानी में डुबकी लगाना . .. जबूर(-२), सक्रि० अच्छी तरह उढ़ाकर सुलाना (२) थपकना (३) पीटना [ढम-ठम; धुकार उमक (०ढमक) अ० ढोलकी आवाज हमकवं अ.क्रि० (ढोलका) बजना उमटोल वि० ढोल जैसा फूला हुआ;
बहुत मोटा दिखाई देनेवाला उस स०क्रि० जमीनसे रगड़ खाता
हुआ खींचना; घसीटना (२)[ला.] , बेमनसे काम करना; घसीटना (३)
घसीट लिखना; घसीटना (४) कोई काम जैसे-तैसे कर डालना . इसरो पुं० घसीटनेसे चमड़ेका छिल जाना; रगड़ (२) बेगार; इच्छाके विरुद्ध काम उसवं, उसळ, अ०कि. ढहना डळईं अ०क्रि० लेटना; एक ओर झुकना; ढलना; ढरकना (२) तरल पदार्थका पात्रसे गिरना; ढलना (३) सांचेमेंढाला जाना (४) अमुक वृत्तिकी
ओर झुकना [ला.] [छिपना डंका, अ०क्रि० ढकना; ढक जाना; ढंग पुं० बर्ताव; चाल-ढाल; ढंग (२)
आसार; लक्षण (३) रीति; उब तरीका; ढंग ढंगढाळ पुं० विश्वसनीय बरताव या
रहन-सहन; ठिकाना (२) आकार; ढंग; बनावट ढंगपडो पुं० भरोसा; विश्वसनीय
आचरण; ठिकानेका काम ढंड वि० बिलकुल पोला; खोखला ढंटेरो पुं० ढिंढोरा(२) सरकारी उद्
घोषण या अधिसूचना [झकझोरना ढंढोळg स०कि. जोरसे हिलाना; ढाढी पुं० शहनाई बजानेवाला; ठाढ़ी
(२) एक प्रकारका मंगन, भिखमंगा ढाल स्त्री० ढाल (२)बचावका साधन;
आड़ [ला.] डाळ पुं० ढालुआं-उलवां जमीन ढाल(२) ढब; तरीका; आचरण (३) गानेकी
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