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[अबोखे पडq= (किसी चीज़ पर) अरुचि पैदा होना. अबोट पुं० चौका लगाना (२) बिना स्नान किये जहाँ जाया या छूआ न जाये ऐसी जगह; चौका अबोटियु न० खाना पकाते या खाते
समय पहननेका रेशम, सन या ऊनका अबोष वि० देखिये 'अबुध' भबोल वि. जो बोला न जा सके (२) अबोल ; गूंगा; चुप (३) बेहोश अबोला पुं० ब० व० अबोला अन्या पुं० अब्बा; बाप अम्बा स्त्री० मा (२) बूढ़ी स्त्री (३)
थूथू-थक्का (खेलमें) अम्बाजान पुं० अब्बाजान; पिताजी अभक्षाभक्ष पुं० देखिये. 'अभक्ष्यभक्षण' अभक्ष्यभक्षण न० निषिद्ध आहार करना; मांसाहार करना अभगवं अ० क्रि० छूत लगना (२) स्त्रीका रजस्वला होना; कपड़ोंसे होना अभण वि० अनपढ़; निरक्षर अभरखो पुं० देखिये ‘अबळखा' अभराई स्त्री० टाँड़ परछत्ती। [-उपर चढाव,मूक (काममेंसे या विचारमेंसे) दूर करना; अलग रखना; ध्यान न देना. ..
... . अमरे भरवं समृद्ध करना; खूब भरना अभागण,अभागणी वि०स्त्री०अभागिनी अभागियं वि० देखिये 'अभागी' . अभागी वि० अभागी; कमनसीब अभागा (२)जायदादमें हिस्सा पानेका अनधिकारी; अभागी मभावा पुं० ब० व० गर्भिणीकी अभिलाषा; दोहद; बिराय
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अमरपटों अभावो पुं० अरुचि अभिनन्दन न० अभिनंदन; धन्यवाद,
बघाई (२) अनुमति (३) स्तुति अभिनन्दवं स० कि० अभिनंदन करना; बधाई देना (२) अ० क्रि० आनंदित होना अभिनेता पुं० अभिनेता; नट . अभिप्राय पुं० अभिप्राय; राय (२)
हेतु; मतलब; आशय । अभिलाख पुं० अभिलाष ; मनोकामना
(२) उत्कट इच्छा अभिलाष पुं०, अभिलाषा 'स्त्री०
अभिलाष; अभिलाषा अभिलाषी वि० अभिलाषी .. अभिवंदन न०, मभिवंदना स्त्री अभिवंदन; अभिवन्दना; नमस्कार (२) देवकी आरती, भस्म वगैरह लेना अभिवृद्धि स्त्री० अभिवृद्धि; बढ़ती (२)
उन्नति मन्यात पुं० अभ्यास; पढ़ाई (२) पुनरावृत्ति (३) अभ्यास; आवत; मुहावरा । [-परयो = मुहावरा या अभ्यास हो जाना; आदी होना (२) बीचमें मुहावरा छूट जाना (३) बीचमें पढ़ाई रुक जाना.] अम्यासी वि० अभ्यासी; अभ्यस्त ; आदी
(स उद्यमी (३) पुं० विद्यार्थी(४)पंडित अभ्रक न० अभ्रक; अबरक अमयुं वि० व्यर्थ (२) अकारण; बिलावजह (३) मुफ्तका अमन न० अमन ; शान्ति (२)सुख-चैन अमनचमन न० अमन-चैन; सुख-शांति अमरपटो पुं० अमरताका वरदान या पट्टा । [-लईने, लसावीने आवq 3 अमर होकर जन्मना या अमर होना.]
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