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पोळ पनडोळ न० देखिये 'चकडोळ' बगबई स० क्रि० पांवों तले कुचलना;
पोरसे दबाना; रौंदना जाना बगदा अ० क्रि० कुचला जाना; राँदा पगई ब० क्रि० आकाशमें-ऊंचे उड़ना
(२) आनन्दविभोर होना; चहकना पषवं अ०क्रि० जलन होना; छरछराना; चुनचुनाना (२) 'चरचर आवाजके साथ जलना; चरचराना (३) मनमें दुःखी होना; कुढ़ना; जलना ला.] बचनाट पुं० चुनचुनाहट; जलन बपरम०कि० छरछराना; जलन होना पपराट पुं० छरछराहट; काट; जलन पधूको (-) पुं० चिआं; चिंचा बच्चार वि० चार-चार घट स्त्री० चिता; सोच; फ़िक्र (२) जिद; हठ (३)अ० चटसे (४) चाटपोंछकर; चट (कर जाना) खाना। [-बईने, लईने चटसे; तुरन्त.. पटक वि० चटकदार; गहरा; शोख; उदा० रातुं चटक' (२) स्त्री० लज्जत; स्वाद (३) मनकी चुभन; दंश [ला.] पटकदार वि० स्वादिष्ठ, लज्जतदार (२) चटकदार; चटकीला (३) मनको भानेवाला (४) मनोभावोंको भड़कावे, उकसावे ऐसा (लेख,माषण) पटकमटक वि० रसिक; नखरेबाप (२)
स्त्री० चटकमटक घटक सक्रि० डंक मारना (२) मनमें चुभना [ला. (३) अ० कि. (चांदनीका) चटकना । पटकाव, स०क्रि० डंक मारना;
काटना (२) मनमें चुभना परकी स्त्री० उत्कट मनोभाव; चुभन
(२) चुटकी (३) मोहिनी (४) सोहावना, खुलता लाल रंग चटकं न० बूंद; छींटा घटको पुं० दंश; इंक (२) [शा.) तीव्र मनोभाव; चुभन (३) स्वाद चसका। -सागवो डंक लगना(२) मनमें चुभना (३) चसका लगना.] चटचट अ० झटपट; तेजीसे चटणी स्त्री० चटनी चटपट अ० झट-सट; ताबड़तोड़ चटपटी स्त्री० चटपटी(२)घबड़ाहट
छटपटी; संताप चटई अ.क्रि. दिलको चोट लगना।
चटीज = दिल पर चोट लगना.] चटाई स्त्री० चटाई स्वाद चटाको पुं० मनकी चुभन; दंश (२) चटार स० क्रि० चटाना चटापटा पुं०व०० रंगबिरंगीधारियाँ बदर वि० चटोरा; जिभला (२)
घूसखोर चटोपट(-१)अ० चटाक-पटाक तेजीसे भट्ट अ० देखिये 'चट' चट्ठा अ० चट (कर जाना); खत्म पकतर(-री)स्त्री० चढ़ा-उतरी चम्पर अ० चड़-चड़से . परचर अ०कि. चड़-चड़ आवाज करना; तड़तड़ाना (२) तड़कना; चर्राना; घावमें खुश्कीके कारण तनाबसे दर्द होना; चरचराना [चढ़ाई चरण (उ') न० चढ़ाववाला रास्ता; बस्ती (')स्त्री उन्नति (२)बढ़ोतरी बढ़ती ... [उत्थान-पतन पस्तीपरती (')स्त्री० चढ़ती-पड़ती; च (ड') वि० बढ़ता, ऊँचे उठता हुबा (२) बढ़िया । [पस्तो वहाणे
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