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गाथा
करनेवाला
गंठोगे
१३५ गांठी; कंठा (२) कसकर बांधी हुई गारर न० भेड़ गठरी; गांठ (३) गट्ठा; गांठ (४) गारियं वि० भेड़से संबंधित (२) आठ फुटकी एक माप
भेड़चाल चलनेवाला; अंधानुकरण गंठोगे पुं० स्त्रियोंका पैरका एक गहना (२) हायका सोनेका सांकड़ा (३) गारर न० भेड़ पीपरामूल; पिप्पलीमूल
गार स० क्रि० गाड़ना गंई वि० मूर्ख; पागल
गावो पुं० धियाड़ा (घी, तेल भरनेका) गरेरी स्त्री० गड़ेरी (ईखकी); गुल्ली गागलेड पुं० गाड़ीवान
(२) लकड़ीके गोल छोटे बल्ले कुंदे गारी स्त्री० गाड़ी; सवारी (रेलगाड़ी, गंदकी स्त्री० गंदगी
बैलगाड़ी, घोडागाड़ी इत्यादि)। [गंदवार पुंस्त्री०, (-) पुं० गंदगी करवी%3Dकिरायेकी गाड़ी करना ।-मां (२) अस्वच्छता
घालq=सवारी पर बिठाना या गं, वि० गंदा; मैला
रखना.] गंगोबरं वि० गॅदला; मैला-कुचला गारीत(बाम) पुं० गाड़ीवान गंब पुं०;स्त्री० गंध; बास (२) बदबू; गारीमाई न० गाड़ी आदिका किराया; दुगंध (३) सुगंधी द्रव्य ; चन्दन (४) भाड़ा तिलक; टीका (५) [ला.] ऐंठ; गाडं न० बैलगाड़ी; छकड़ा (२) घरघमंड (६) नापसंदगी (७) (लेश- बार; रोजगार [ला.] । [-गवगवई, मात्र) स्पर्श ; निकटता; उदा. 'मारे बलाब- अपना व्यवहार धैर्यपूर्वक ऐनी गंध पण न जोईए'
निभाना; गुजारा करना । [-पाचई, गंधक पुं० गंधक [(२) सड़ना हांक_देखिये 'गाडंगबडाव' । गारे गंधा, अ० क्रि० गंधाना; तू मारना
पीने खुले आम (२) यकायक (मौत गंधोल वि० बदबूदार (२) [ला.]
आना).] ईर्षालु; अदेखी (३) झगड़ालू (४)
गाढ (-)वि० गाढ़ा; ठस(२)घोर; अतिशय चिकने स्वभावका
अत्यंत ; घना (अज्ञान; अंधेरा) (३) गंमत स्त्री० देखिये 'गमत'
गहरा; भारी (नींद) गाउ पुं० कोस (करीब डेढ़ मीलकी नाप)
गा,न० गाना (क्रिया) (२)गीत; गाना गागर (र') स्त्री० गगरी; छोटा गगरा
गातली स्त्री० गाती; वह गांठ जो (२) हलककुद
बिना सिया हुआ कपड़ा ओढ़कर गाज पुं० काज (बटनका)
गलेमें लगाई जाती है गावर पुं०; न० गाजर बिजली गातर न० ब० व० अवयव; अंग गाजवीज स्त्री० बादलोंका गर्जन और गाया स्त्री० गाथा; कथा (२) छंदोगाजवू अ० कि. गाजना; गरजना बद्ध कथा; गाथा (३) श्लोक; उदा० (२) प्रसिद्धि होना; नाम आसमान __ 'बौद्ध गाथा' (४) प्राकृतका एक पर होना [ला.]
भेद; गाथा
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