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गुजराती-हिन्दी कोश
म पुं० संस्कृत-कुटुंबकी वर्णमालाका
पहला अक्षर- एक स्वर अकडाई स्त्री० अकड़; अकड़बाज़ी;
ऐंठ; अभिमान (२) बाँकपन ऐंठ अकडाट पुं० तनाव; अकड़ाव; अकड़; अकडा अ० क्रि० अकड़ना अकबंध वि० जैसेका तैसा; बगैर खोला हुआ; न बरता हुआ; ज्योंका त्यों । अकरांतियुं वि० पेटू; भुक्खड़ (२)
अत्यधिक (खाना) अकर्मी वि० अभागा (२) अकर्मण्य ;
आलसी (३) अकर्मी; दुराचारी । अकल स्त्री० अक्ल ; बुद्धि; समझ अकलमंद वि० अक्लमंद; समझदार अकसीर वि० अकसीर; रामबाण अकस्मात् अ० अकस्मात्; अचानक; यकायक
घटना अकस्मात पुं० दुर्घटना; आकस्मिक अकळामण स्त्री० व्याकुलता; घबराहट; बेचैनी अकळावू अ० क्रि० अकुलाना; घबराना
(२) ऊबना; उकताना (३) चिढ़ना अकारत (-थ) अ० अकारथ; बेकार; व्यर्थ अकारं वि० अप्रिय; नापसंद अकाल (-ळ) वि० बेमौका;बेमौसमका; असामयिक (२) पुं० अयोग्य अवसर (३) अकाल (४) परमात्मा अकीक पुं० अकीक; एक प्रकारका पत्थर मकर-कुं) वि० एक-एक (२)एकके बाद एक (३) प्रत्येक; हरएक
अक्कड वि० सख्त; कड़ा (२) तना हुआ; सीधा (३) ऐंठू. अक्कर्मो वि० देखिये 'अकर्मी'.. अक्कल स्त्री० देखिये 'अकल'... अक्कलक(-)रो पुं० अकरकरा अश्कलबाज वि० अक्लमंद अक्का स्त्री० कुट्टी; दोस्ती तोड़ना;
लड़कोंका खेलमें मैत्री-भंग । अक्केक वि० देखिये 'अकेक' अक्षत वि० अक्षत; अखंडित; बिना टूटा हुआ (२) पुं० ब० व० बिना टूटे हुए चावल, गेहूँ या जोके दाने ; अक्षत अक्षर वि. अविनाशी (२) पुं० अकारादि वर्ण (३) हरेफ़ (४) पुं० ब०व० हस्ताक्षर (५) विषिके लेख (६) ब्रह्मा।[-काढयो = (हाथसे) लिखना या (मुंहसे) बोलना । -पाडवो लिखना.] अक्षरगणित न० अक्षरगणित; बीज़
गणित; अलजबरा अक्षरमेळ वि० अक्षर-वृत्त; वाँकी संख्या और लघु-गुरुके क्रमकी समानतावाला वृत्त; वणिक छंद अखड वि. जोता-बोया न जानेवाला (खेत) (२) घास भी न पैदा हो ऐसा (खेत) (३) खाली (मकान) असरबखर, अखडावखडी वि० ऊबड़अखतरो पुं० प्रयोग; आजमाइश अखत्यार पुं० अख्तियार; इख्तियार; अधिकार
__ खाबड़
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