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सूचं । त्रिरात्रोपोषितः चिः फलीकृतां
यम्बक
treasure
चीणि वा भक्तानि .
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दक्षिण मे दक्षिणपूर्व्वे . दक्षिणस्य पाणेदक्षिणाम दक्षिणायैः
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दक्षिणादार... दक्षिणाप्रवणं दक्षिणार्डे
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दक्षिणाशिरसं
दक्षिणेन पाणिना दक्षिणमंसमन्ववम्टश्यानन्तर्हितं
दक्षिणेन पाणिना दक्षिणमंस
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मन्वालभ्य.. दक्षिणेन पाणिनापच्चादाय दक्षिणेन पाणिनेोपस्थदक्षिणेन प्रक्रम्य दक्षिणोत्तराण्यग्राणि
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मन्वारब्धायाः
दक्षिणेन पाणिना दक्षिणमंस
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20.
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पृष्ठे । सूचं । ७३८ | दक्षिणं बाज्डमुद्धृत्य ..
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२३२ | दनः प्राश्नन्ति
६८६ | दम्पती एव
५६१ | 'दर्भसम्मितं
५६१ दर्भान् प्रदाय
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दीर्घायु व ५५१ दुःखप्नेष्वद्य
६१७ दूरादपि
३७४ | टूशत्पुत्रश्च
६६८ दूशदं प्रक्षाल्य
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| दर्भे वा पौर्णमासे वा
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६२६ | दृश्यमानेप्येकदा
७११ | देवताश्रयं
६२६ | देवदैवत्येषु
६२३| देवसवितः ६०१ दैवतमिवा
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४२३
३६६
३४६ | धूमे व्यवरार्द्धयाः ३१० ध्रुवमसि २७३
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दन्दं पात्राणि
४२२ दादश महानानिकाः
दाद कुम्भौ २८ द्वितीययादित्ये
द्वैौचेत्
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... ४२०
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पृष्ठे ।
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પૂ
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