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पृष्ठे। सूत्र । एवमप्यस्य व्रतं .. .. २७८
क एवमाज्यस्य .. .. .. २४३ कबूंश्च.. .. .. .. एवमितरेभ्यः .. .. ७३६ कंसमपां .. .. .. एवमितरे स्तोत्रीये .. .. ४६३ कसे रसमवासिय .. .. एवमेवावरे चतुर्थी पञ्चमीभ्यां ६९९ कसं चमसंवा .. .. एवमेवावरेषां .. .. कामन्तत्र संखादयेरन् .. एवमेवाहितामे .. .. कामं योनौ .. एवं खलु चरतः .. .. ४६२ काम्येष्वतऊद्धं .. .. एवं त्रिरभ्यात्म- .. .. ५८४ काम्येषु च .. एवं त्रिः .. .. ३०८५७० काम्येषु त्रिरात्रा- .. एवं त्रिः सर्वाणि .. .. ४६७ काशक्तिकः .. .. एधपरिस्तरणन्यायः .. २३७ किं पश्यसीत्युक्त्वा .. रघोऽतऊद्धं .. .. .. २७६ कुमारस्य .. ..
कुमारान् ह स्म ..
कुरुतेत्यधियज्ञ ऐन्द्रोवेन्द्रायोवा .. .. २५६ कुञ्चित्युक्ती ..
२५६ कुर्वित्युक्ते .. .. ऐन्द्रः स्थालीपाक. .. .. ४७० कुशलपूटतमिव ..
कृत्वा चानुमन्त्रयेत .. .. कृन्तत नाभि- ..
कृसरोनापिताय .. योषधयः सुमनसे- .. ..
कसरः स्थालीपाक-.. ओषधिमन्तर्धाय .. ..
कृष्णपांशु .. .. .. योषधे त्रायखैन- .. ..
कृष्णभक्षः .. .. | कृष्णवस्त्रः .. ..
कोनामासीति .. औदुम्बरान् .. .. .. ७४१ कौतोमतेन .. .. ..
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