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AWARA
श्रीपरमात्मने नमः
जैनग्रन्थरत्नाकरस्थ--
रत्न ( वां.
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666 TAWAVAN
श्रीशुभचन्द्राचार्यविरचिता
ज्ञानार्णवान्तर्गता द्वादशानुप्रेक्षा भाषाटीकासहिता.
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जिसको
मुम्बयीस्थ जैनग्रन्थरत्नाकरकार्यालयके मालिकने -
संशोधनपूर्वक कर्णाटकप्रीन्टींगप्रेसमें छपाकर
प्रसिद्ध किया.
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प्रथमावृत्तिः
मूल्य ६ आने]
डांकव्यय आधा माना.
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४००००००००
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