________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. चण, (अ, म्) प. 1. दाने गती हिंसायां च. 13, 24, शु. चणति छ इ०. णी-चणयति. चणकः (यो). चत्, (ए) उ. 1. याचने. य. चतति-ते गयेछ. चत्वरम् (योतो, डिम). चतुरः. चत्वार:= या२. चत्वरम् (गई मार्ग), चातकः (मीयो). चद, (इ) प. 1. आल्हादे दीप्तौ च. आल्हाद आनंदनम् आनंदोत्पादनमित्यर्थः. 1 मान १५०यो. 25. चंदति मान 94वे. चंद्रः, चंदनम्, चंद्रमाः (स् / (5), चंद्रिका (irrj, यंद्र 21). चद, (ए) उ. 1. याचने. 14. चदति-ते ॥येछ. चन, (अ, म्) प. 1. हिंसायाम. हy, भा२. चनति हणुछ. णो-चनयति. चन, (अ) उ. 10. श्रद्धोपहननयोः. 1 विश्वास ४२यो, 2 भा२यु, 65j. चान यति-ते, चनति विश्वास के इ०. चम्, (अ) प. 1. सांत्वने. समत. चपति शिष्यं गुरुः गुरु शि०य ने समाज छ. चापम् (धनुष), चपल:. . चप, (अ, म्) उ. 10. परिकल्कने. परिकल्कनं दंभः शाठयं च. 1 म-टुं। 42 वो, 2 २४ता ४२वी. चपयति-ते न 2 इ. चप, (इ) उ. 10. गत्याम्. . चंपयति-ते, चंपति जय. चंपकः (2.5 3). चम्, (उ) प. 1. अदने. 'पा, मधु. चमति लडकं विप्रः विप्र खाने में छ. उच्चमति, विचमति, आचामति, आचमनम्, चामरः, चामरम्, चमसः (सोमपात्र), चमसी (सेव), 1 चुंढिः, 2 चुंढी (44), चोचम् (छाल). चम्, (उ) प. 5. भक्षणे. मधु, पा. चम्नोति भेछ. चय, (अ) आ. 1. गतो. 4. चयते ॥यछ. चयः (ति). चर, (अ) प. 1. गतौ भक्षणे च. 1 , 2 . चरति जयछे. अश्वन संचरते = संचरइ = संयरे. 1 चरः, 2 चारः (1), संचार:, उच्चार:: प्रचारः, विचार:, आचारः अनुचरः, गोचरः, चरकः, चर्यम् (तप), आचार्यः (गुरु), परिचारकः (4,42), कुरुचरः (रु 12 // ), भिक्षाचर: (भीमारी),सेनाचर: (पालो), व्यभिचारः, ब्रह्मचारी (इन्+), चराचर:, चरण: (पाद), चरमः, चरित्रम्, चरिः, (1 पशु, 2 / / 2 / ) चारि:= यास्य (पशुभ६५), चरु: For Private And Personal Use Only