________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. = 052. क्षर :, अक्षरः, क्षार:= मा२. क्षारी = . प्रक्षरम्. = 152 (धोनी). क्षल, (अ) उ. 10. शोचकर्मणि. पमाण, पा, शुद्ध-पवित्र ४२पुं. क्षाल यति-ते. क्षलति . शरीरं जलेन सय 2 // 5 // 2 पुछे. प्रक्षालयति = पखालइ = ५माले. प्रक्षालितम् = पक्खालिअं = 56. क्षालनम् प्रक्षालनम. क्षि, प. 1. क्षये ऐश्वर्य च. क्षयेऽयं सकर्मको कर्मकश्च. १क्ष५ 5j, 2 क्षय 42. 3 4g 4g, च२ 5. क्षयति कर्पूरम् 452 विशुभेछ. क्षयति तृणं बाल: माय ने उिछ. क्षयति राजा I all यायचे. क्षयः, क्षीणः, ऋभुक्षा (+ न् 4/), क्षेत्रम् (2013). क्षि, प. 5. हिंसायाम. भा२y, 4. क्षिणोति हणुछ इ०. क्षि, 5- 6. निवासगत्योः. 1 १सयु, 2 . क्षियति से इ०, क्षयः (e), क्षिति: (241), क्षीणकः (1522), क्षय्यम् (क्षेतु।४५), क्षयम् (क्षेतुयो-५), क्षयी (न् + निवासी), क्षेमम् (125), क्षेत्रम् (32), क्षयः (निवास). क्षि, प. 9. हिंसायाम्. पुं. क्षिणाति हजे. क्षितिः (पृथ्वी). क्षिण, (उ) उ. 8. हिंसायाम. ह. क्षिणोति-क्षेणोति, क्षिणुते-क्षेणुते होछ क्षिति: (पृश्यी). क्षिद, (अ) प- 1. अव्यक्ते शब्दे. मस्पष्ट 2008 4211. क्षेदति सस्पष्ट 20 रेछ. क्षेद:. क्षिप, (अ) प. 4. प्रेरणे. प्रेयु, 34. क्षिप्यति लोष्ठं नरः न२ सोद्छ . क्षेपः (1 5, 2. निध), 1 क्षेपकः, 2 क्षेप्ता ( +३ना२), आक्षेप: (2 // 5). क्षिप, (अ) उ. 6. प्रेरणे. प्रे२, 34. क्षिपति-ते 34. क्षिप्तः, विक्षिप्तः, प्रक्षिप्तः, संक्षिप्तः, क्षेपः, प्रक्षेपः, विक्षेपः, संक्षेपः, क्षेपकः, क्षेप्ता, क्षिप्रम् (शोध), क्षिपः, क्षेप्यम्, क्षिपकः (वायु), क्षिपका (मायु५). क्षिव, (उ) प. 1. निरसने. पा२यु, निषेध. क्षेवति पारेछ. क्षिव, (उ) प. 4. निरसने, पारयु, निषेध. क्षीव्यति पारेछ. For Private And Personal Use Only