________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. प्रा, (2) आ. 1. गती. पु. प्रेषते जयछ. प्रोट, (#) उ. 1. पर्याप्ती. पर्याप्तिः पूर्णता. पूर्ण 5-42. मोति-ते. पूर्ण थाय. पोथः (1 मच नासिर, २४पान).. प्लक्ष, (अ) उ. 1. अदने. पा. प्लक्षति-ते पायछे. प्लक्षः (152). प्लिह, (अ) आ. 1. गतौ. rj. प्लेहते गयछे. प्लीहा = पोहो = पायो (पेटमा गोणो). प्ली, प. 9. गती. नपुं. प्लीनाति जयछे.. प्ल, (ङ्) आ. 1. गतो. पुं. प्लबते जयछे. प्लवः (ति), प्लतिः (माति), ____ आप्लवः (सुशो), अनुप्लवः (सेव).. पृष्, (उ) प. 1. दाहे. माण. प्लोषति गाणे. प्लुष्टम् (मलेस). प्लुए, (अ) प. 4. दाहे. मागपुं-पुण्यति पणे. पुष, (अ) प. 9. लेहनसेवनपूरणेषु. 1 ली-२, 2 सेपy, 3 पू. मुष्णाति मीनु ४२छ इ०. पुषितः (लानु 425). प्सा, प. 2. रक्षणभक्षणयोः. 1 २क्ष९५ 42j, 2 लक्ष 42. प्साति रामेछ. फक्क, (अ) प. 1. नीचर्गतौ. नीचैतिर्मदगमनमसयवहारोवा. १६पुंन्या. स, 2 नाय म 42. फकति ह यालिछ. फण, (अ, म्) प. 1. गती. पु. फणति जयछे. फणसः (लक्ष), कफः (भा), गौ - फणयति. फणः (55). फल, (अ) प. 1. गती. 4. फलति जयछ. फाल: (125), फलम्, फल कम् (पाyि). फल, (अ) प. 1. निष्पत्ती. निष्पत्तिः सिद्धिः. पुं. फलति वृक्षः // सछे. फलति = फलइ = 62. फलितः= फलिओ = यो. फलम् (पृ. क्षदिनु 55), फल्गुनी-पूर्वाफल्गुनी, उत्तराफल्गुनी (नक्षत्र). फल, (त्रि, आ) प. 1. विशरणे. वरा, लिलय. फलति वेशयछ. प्रतिफ लति छ।4। पीछे. प्रतिफलितः (प्रतिनिमित), 1 फलम्, 2 फलकम् (1), ___ फल्गुनी (नक्षत्र). फल्गु (मसा२), फाल: (हनी येय). फुल, (अ) प. 1. विकसने खg, विस. फुल्लति कलिका 4 खो. फुल्लम् = 5. प्रफुल्लम् (विसन), फुलितः= फुलिओ = ५.यो. प्रफुल्लितः For Private And Personal Use Only