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[ 138 ] The Ms ends Fol 5b.
जोगिसगसत्त। खारणुमयदुतिजय। तिकालसेयालभंगसयं ॥५१ एवं चउत्तकालो+चमणचय तणुहि पालणय। जाणगु+णगपासित्ति भंग चउरो+ +ता। ५२ फासिय पालिय.सोहिय। तोरिय किट्टिय अराहिय छ सुद्ध। पञ्चक्खाणं फासिय । विहि णिछियकालज पत्तं ।। ५३ पालिय पुणु पुणु सरियं । सोहिय गुस दत्त सेस भोयणउ। तीरिय समहिय काला। किट्टिय भोयणसमय सरणा ।। CoLOPHON.
इति प्रत्याख्यान भाष्यं समाप्तम् Post COLOPHON.
इति भद्रमस्तु ॥ छ ॥ छ ॥छ । छ ॥ छ ॥ श्री ॥ छ ॥ श्री ॥ छ ।
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