________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दस. 11 नने ततेम न कीमीप्रमुखनांगरनेविषेननोनरहे त.त्रसप्रांणजीवनेनहणे वा०वच सदाई प.पंचवर्णफुलनेविषेननोनरहे 11 तहानिचं गत्तिंग पणगेसुवा 11 तसेपांणेनहिसेना वाया अ.अथवा क०कर्मे यो स०सर्व नुण्जीवनी पा०देखेविविधप्रकारना जण कायाकरीनिव- हिंसाथी जगतनासरुपने 12 अदूव कमुणां ग्वर-सव्व भएसु पासेविविह जग 15 अ.आठ सुनानाजीवने जाण्जेसुखमने जाजांणीने द०दयानाअधिकारी नू. पेदेखीने सं०साधु प्राणीनेविषे अठ्ठ सुहमा पेहाए जा जाणिंतुसंजए दयाहिगारि भूएसु आम्बेसे चि उन्नो स. शिख्यपूडे क०किहां अ.आठ जा जेहनेपूरे सुएअथवा 13 सुखम सं०साधु आस चिठ्ठ सएहिवा 13 कयरा अठ्ठसुहमाई जापुढेन संज For Private and Personal Use Only