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( १५ ) कपड़े खराब न होंगे। आज तक ऐसी चीज़ कहीं नहीं निकली। अगर आपके दाद हों, तो इस अर्कको मँगाइये और लगाकर दादोंसे निजात पाइये । दाम १ शीशीका ॥) आना।
स्तम्भन बटी। यथा नाम तथा गुण है। सन्ध्या-समय १ या २ गोली खाकर ऊपरसे दूध-मिश्री पी लीजिये । फिर देखिये कितना आनन्द आता है। इसकी अधिक तारीफ़ यहाँ लिख नहीं सकते। अगर आप कामिनीके प्यारे बनना चाहते हैं, तो १ शीशी पास रखिये और आनन्द लूटिये । दाम १ शीशीका ॥)
लिंग स्थूलकारक बटी। अगर फोतोंकी सूजन, नसोंकी कमजोरी या धातुकी कमीसे लिंगेन्द्रिय दुबली हो-ठीक मोटी न हो, तो इस गोलीके १ मास या २ मास लगाते रहनेसे लिंगेन्द्रिय अवश्य मोटी हो जाती है। अनेक आदमियोंको लाभ हुआ है । दाम १ शीशीका २)
अर्क खूनसफा । इस अर्ककी जितनी तारीफ करें थोड़ी समझिये । आज १८ वर्षसे हम इस अर्ककी परीक्षा कर रहे हैं। इस अर्कके सेवनसे १०० में १०० रोगियोंको फायदा हुआ है। अधिक क्या कहें, जिनके शरीरमें
खून खराब होने या पारेके दोषसे चलनीके-से छेद हो गये थे, जिनके शरीरमें अनगिनती काले-काले दाग़ और चकत्ते हो गये थे, जिनके पास बैठनेसे लोग नाक-भौं सकोड़ते थे, जिनको कितनी ही शीशियाँ सालसेकी पिलाकर डाक्टरोंने असाध्य कहकर त्याग दिया था, इस सालसे अर्थात् “अर्क खूनसफा" के लगातार नियम-पूर्वक पीनेसे वही रोगी बिल्कुल चंगे हो गये।
अधिक प्रशंसा करनेसे लोग बनावटी समझेगे, मगर इस अमृतसमान अर्कके पूरे गुण लिखे विना भी रह नहीं सकते। इसके पीनेसे
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