________________ Shri Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsura tandir रा.प. 那杂志杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂 तेषामेवहिसंसृष्टनिरयंब्रह्मणानृप // 5 // नारायणस्यदासायेनअवंतिनराध माः॥ जीवंतएवचांडालाभविष्यंतिनसंशयः॥६॥ ॥तथाच पाने॥ ॥ब्र ह्माचेंद्रश्चरुद्रश्चयमोवरुणएवच // नारायणस्यदासास्तेयेचान्येंडस्यमध्यगाः Fl // 7 // यःपरःपुरुषोविष्णुारायणउदाहृतः॥ दासभूतमिदंतस्यब्रह्माद्यैःसक लंजगत् // 8 // सृष्टंपुनस्तथासर्गस्तस्मानारायणोच्यते // तस्यदास्यंचतुर्थ्य। तमंत्रेप्रोक्तंतुपार्वति // 9 // // इतिनामकरणमाहात्म्यं // हारीते // थमंत्रमाहात्म्यम्॥ ॥श्रीरामायनमोह्येतत्तारकंब्रह्मनामकम् // नाम्नांविष्णोः / सहस्राणांतुल्यएवमहामनुः॥१॥ // अनंतसंहितायां // // रामनामप्र भावेणस्वयंभूःसृज्यतेजगत् // विभर्तिसकलंविष्णुःशिवःसंहरतेपुनः॥२॥ 25 महारामायणे॥ // परमेश्वरनामानिसंत्यनेकानिपार्वति // परंतुरामनामै For Private And Personal