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दह्यो ८८७
दाँव (हि० दहलना ) दहेली । गीला,भीगा या । दाँत रखना या लगाना-लेने की बड़ी ठिठुरा हुआ, तर बतर (उ०)।
इच्छा या अभिलाषा रखना, बदला लेने का दह्यो-संज्ञा, पु० दे० (सं० दधि, हि० दही) विचार रखना। किसी के तालू में दाँत वधि, दही। स० क्रि० दे० (हि. दहना )। जमना-बुरे दिन आना, शामत याविपत्ति जनाया, संतापित, दहो (ग्रा.)।
पाना । दंदाना, दाँता। दाँ-संज्ञा, पु. ( सं० दा+अँच-प्रत्य० ) बार, दांत-वि० (सं०) दमन किया हुश्रा, दबाया बारी, दफ़ा, मर्तया । संज्ञा, पु. ( फा०) हुआ, संयमी, इन्द्रियजित । दाँत का, दाँतजानने वाला, ज्ञाता। जैसे-फारसीदाँ।।
सम्बन्धी। दाँक-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० द्राक्ष ) गरज, दाँता-संज्ञा, पु० दे० (हि. दाँत ) दाँत के
आकार का कँगृरा, रवा, दंदाना।। दहाड़। दाँकना-अ० कि० दे० (हि. दांक +ना- दाँता किटकिट-- संज्ञा, स्त्री० दे० यौ० (हि. प्रत्य०) दहाड़ना, गरजना ।
दांत+किटकिट ) ( अनु०) झगड़ा, कहादाँग-संज्ञा, स्त्री० (फा०) छ रत्ती की तौल, |
सुनी, गाली-गलौज । दिशा, भोर, तरफ़ । संज्ञा, पु. दे० (हि. दाता कलाकल-सज्ञा, स्त्री० दे० यो० डंका) डंका, नगाड़ा। संज्ञा, पु० दे० (हि. (हि. दाँत + किल किल) झगड़ा कहा-सुनी, हुँगर ) टोला, छोटी पहाड़ी।
गाली-गुप्ता । दाँजो-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० उदाहार्य ) |
दाँति-संज्ञा, स्त्री० (सं०) इंद्रियदमन, इंद्रिय
निग्रह, विनय, नम्रता, आधीनता । समता, बराबरी, तुल्यता, जोड़, तुलना।।
दाँती-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० दात्री ) हँसिया, दाँत-संज्ञा, पु० दे० ( सं० दंत ) दशन, दंत,
काली भिड़। संज्ञा, स्त्री० ( हि० दाँत ) दंतारदन । 'दाँत नहीं तब दूध दियो अब दाँत भये तो का अन्न न देहैं'-सुन्द० । मुहा०
वली, दंत-पंक्ति, दरी, दो पर्वतों के मध्य की
सँकरी जगह । -दाँतों उँगुल्लीकाटना-अचंभित होना,
दाँना-स० कि० दे० (सं० दमन ) दाँय खेद प्रगट करना। दाँत काटी रोटी
चलाना, अनाज माँड़ना। अत्यन्त घनिष्ट मित्रता। दाँत खट्टे करना |
दांपत्य-दाम्पत्य-वि० (सं०) पति-पत्नी-बहुत दिक या परेशान करना, तुलना
सम्बन्धी । संज्ञा, पु. (सं०) स्त्री-पुरुष का या लड़ाई में हरा देना, नीचा दिखाना।।
प्रेम या व्यवहार । दाँत चबाना ( पीसना )-क्रोध से | दांभिक-वि० (सं०) प्राडम्बरी, पाखंडी, ओठ चबाना । दाँतपीसना-क्रोध |
धोखेबाज़, अहंकारी। प्रगट करना। दाँत तले अंगुली | दाँय-संज्ञा, स्त्री० दे० (हि. देवरी) पके दबाना -अचम्भित होना, दंग रह नाज के पौधों के टलों को बैलों सेजाना, दुख प्रगट करना । दाँत तोड़ना | वाना । संज्ञा, स्त्री० (ग्रा.) बार, दने । ---हरा देना, हैरान या दिक करना। दाँत दाँया-संज्ञा, पु० दे० (सं० दक्षिण ) दाहिना, पीसना-दाँत बजाना या किटकिटाना। दहिना । स्त्री० (दे०) दाई (विलो० बायाँ)। दाँत बजाना-शीत से दाँतों का बोलना। | दाँव-संज्ञा, पु. (दे०) श्रौसर, मौका, घात, दाँत बैठ जाना- दाँतो बँध जाना, (मृत्यु बारी, बाजी , अनुकूल समय, जुए में के समय) । दाँतों में तिनका दबाना या लगा धन या पाँसे की संख्या। " खेलै लेना-गिड़गिड़ाना, क्षमा माँगना, विनती दाँव विचारि"-वृं० । मुहा०-दाँव या हाहा करना। (किसी वस्तु पर)। चलना-जीतना, विजय होना, मा
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