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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दलनि ८८२ दबना नष्ट-भ्रष्ठ या नाश करना, तोड़ना, दाल दलाली-संज्ञा, स्त्री० दे० (अ.) बिचवानी दलना। प्रे० रूप-दलाना। । या दलाल का कार्य या मज़दूरी। दलनि संज्ञा, स्त्री० दे० (हि० दलना) दलने | दलित-वि० (सं०) कुचिला या मसला के कार्य का ढंग, रीति, कायदा।। हुआ, दबाया या रौंदा हुआ, मर्दित, नष्टदलपति-संज्ञा, पु. यौ० (सं०) सेनापति, भ्रष्ट, दली हुई, दाल या अन्न । भगुमा, (ग्रा०) अग्रगण्य, सरदार, मुखिया। दलिया-संज्ञा, पु० दे० (हि० दलना) दला दलबंदी-संज्ञा, स्त्री० यौ० (हि० दल + गया अन्न, दले गेहूँ का भात । बँधना) एकता, मेल । दलिद्र-संज्ञा, पु० दे० (सं० दरिद्र ) दरिद्र, दलबल-संज्ञा, पु. यौ० (सं०) सेना, लाव- कंगाल, दुखी, दलिद्दर (ग्रा०)। संज्ञा, स्त्री० लशकर। दलिद्रता । वि० दलिद्री। दल-बादल-संज्ञा, पु. यौ० (हि. दल+ दली-वि• (हि० दलना) दलित, दली बादल) मेघ-समूह, भारी सेना, बड़ा शामि- | गयी। वि० (हि. दल+ई-प्रत्य०) दल याना या चॅदोवा। (सेना या पक्ष ) वाला । . पीछे तोहि न दलमलाना-स० क्रि० दे० यौ० (हि० दलना दली अली कोउ आदर करि हैं"-दीन । +मलना) रौंद या कुचल डालना, नाश या दलीपसिंह-संज्ञा, पु० दे० (सं० दिलीप नष्ट करना, मसल या मोड़ देना। +सिंह ) पंजाब केसरी महाराजा रणजीत दलवाना-दरवाना-स० कि० दे० (हि. सिंह के पुत्र। दलना का प्रे० रूप) दलने का कार्य दूसरे दलील-संज्ञा, स्त्री० (अ.) राह दिखाना, से करवाना । दलाना, दराना (दे०)। युक्ति, तर्क, विवाद, बहस । दलवाल*-संज्ञा, पु. यौ० दे० (सं० दलेती-संज्ञा, स्त्री० (हि० दलना) दाल दलने दलपाल) सेनापति, दलवाला। की छोटी चक्की, चकरी, दरेती (ग्रा०)। दलवैया-संज्ञा, पु० वि० दे० (हि० दलना) दलेल- संज्ञा, स्त्री० दे० (अ० ड्रिल ) दंड या दाल भादि दलने वाला, नाशक नष्ट-भ्रष्ट सज़ा के बदले ड्रिल या कवायद करना। करने वाला, दलैया, दरैया। मुहा० -- दलेल बोलना- दंड देना। दलहन-संज्ञा, पु० दे० (हि० ढाल+अन्न) दलैया- संज्ञा, पु० दे० (हि० दलना + वैया दाल बनाने के अनाज जैसे, चना, अर - प्रत्य० ) दलने या नाश करने वाला, दरैया। हर भादि । दल्लभ-संज्ञा, पु० (दे०) छल, कपट, दलहरा-संज्ञा, पु० दे० (हि. दालनहार -प्रत्य०) दाल बेचने वाला, दालवाला। दवंगरा-संज्ञा, पुन्यौ० दे० (सं० दव+ अंगार) दलाना-संज्ञा, पु० दे० (हि. दालान ) वर्षा ऋतु के प्रारम्भ में पानी की अच्छी झड़ी। भोसारा, दालान, दल्लान । दघ-संज्ञा, पु० (सं०) वन, जंगल, दावाग्नि, दलाना-स० क्रि० दे० (हि० दलाना ) दाल दावानल, दवारि । " मृगी देखि जनु दव दलवाना या बनवाना, चूर्ण कराना। चहुओरा "-रामा०। दलाल-दल्लाल-संज्ञा, पु. (अ.) माल | दवन-संज्ञा, पु० दे० (सं० दमन ) दमन, मोल लेने या बेचने में मध्यस्थ, कुटना, | नाश। संज्ञा, पु० दे० (सं० दमनक) दौना पौधा। पारसियों और जाटों को एक जाति, दवना-संज्ञा, पु० दे० ( हि० दौना) दौना विचवानी। संज्ञा, स्त्री० दलाली, दल्लाली। (ग्रा० ) पौधा । For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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