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तड़ाना
तड़ाना - स० क्रि० दे० ( हि० ताड़ना का प्रे० रूप ) किसी दूसरे को ताड़ने में लगाना, भाँपना, अनुमान करना ।
तड़ाया -- संज्ञा, पु० (दे०) रसिकता, छैलपन,
पुत्र,
बाजे ।
संज्ञा,
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चटक-मटक, तड़क-भड़क
तड़ावा - संज्ञा, पु० दे० (हि० तड़ाना) ऊपरी तड़क-भड़क, छल, धोखा, कड़ी प्यास । तड़ित, तड़िता - संज्ञा, स्त्री० (सं० तडित् ) बिजली । “ घनं घनान्ते तडितां गुणैरिव
""
- माघ० ।
तड़िया - संज्ञा, स्त्री० (दे० ) समुद्र तट की वायु, हाथ का गहना । तड़िल्लता-संज्ञा, स्त्री० यौ० (सं० तडित् + लता ) बिजली की लता । तड़ी - संज्ञा, स्त्री० दे० ( अनु० तड़ते ) थपेड़ा, चपत, धौल, छल, बहाना, धोखा । तत् - संज्ञा, पु० (सं०) परमेश्वर, ब्रह्म, वायु, सर्व० (सं०) वह ।
तत -संज्ञा, पु० (सं०) पवन, पिता, विस्तार, सितार आदि तार वाले * * - वि० दे० (सं० तप्त ) उष्ण | पु० दे० ( सं० तत्व ) सारांश, तत्व | ततताई - संज्ञा, स्त्री० दे० (अनु० ) नाच के बोल | ततबाउ - संज्ञा, पु० दे० (सं० तंतुवाय ) कोरी, जुलाहा । यौ० -- गर्महवा । ततबीरळ†–संज्ञा, स्त्री० दे० (अ० तदवीर ) तत्वदर्शी - संज्ञा, पु० यौ० (सं०) ब्रह्मज्ञानी,
तत्वता - संज्ञा, स्त्रो० यथार्थता, सारता, सत्यता ।
तदवीर, उपाय, युक्ति |
ततसार* +- संज्ञा, स्त्री० दे० यौ० (सं० तप्त शाला आग में तपाने या घाँच देने की जगह, तापशाला ।
तताई* - संज्ञा, त्रो० दे० (सं० तप्त ) गरमी,
तत्वविद्या, तत्वशास्त्र
ततैया - संज्ञा, त्रो० दे० ( सं० तिक) बरं, भिड़
तत्काल -- क्रि० वि० यौ० (सं०) तुरत, तुरन्त, शीघ्र, तत्क्षण, उस समय । तत्कालीन - वि० यौ० (सं०) उसी समय का, तात्कालिक !
उष्णता, तत्ता (प्रा० ) ।
ततारना - स० क्रि० दे० (सं० तप्त ) गरम पानी से तरेश देकर धोना ।
तति, तती - संज्ञा, स्त्री० (सं०) पाँति, समूह, श्रेणी । "अलिकदम्बक अम्बुरुहाम् ततिः " । " वृततीततीश्च ". भा० श० को०
'-माघ० ।
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तत्क्षण - क्रि० वि० यौ० (सं०) तुरन्त, शीघ्र । तत्त-संज्ञा, पु० दे० (सं० तत्व) सारांश, तत्व । तत्ता* - वि० दे० (सं० तप्त ) उष्ण, गरम | तत्तायंत्रा -- संज्ञा, पु० दे० ( हि० तत्ता = गरम + थामना ) दम दिलासा, बहलावा, बीचबचाव, शान्ति-स्थापन, बखेड़ा टालना । तत्व - संज्ञा, पु० (सं०) सार, विश्व का मूल कारण, पाँच तत्व पृथ्वी, जल, तेज, वायु, थाकाश, भगवान, ब्रह्म, सारांश | तत्व प्रेम कर मम श्ररु तोरा " तत्वज्ञ - संज्ञा, पु० (सं०) ब्रह्मज्ञानी, तत्वज्ञानी, दार्शनिक |
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- रामा० ।
तत्वज्ञान -- संज्ञा, पु० यौ० (सं०) श्रात्मज्ञान, ब्रह्मज्ञान, जीव ब्रह्म और प्रकृति का ज्ञान या बोध !
तत्वज्ञानी - संज्ञा, पु० यौ० (सं०) ब्रह्मज्ञानी, श्रात्मज्ञानी, दार्शनिक, जीव, ब्रह्म, प्रकृति का यथार्थ ज्ञाता ।
(सं०) ठीक ठीक,
आत्मज्ञानी, जीव, ब्रह्म, प्रकृति का ज्ञाता । तत्वदृष्टि - संज्ञा, स्त्री० यौ० (सं०) ज्ञाननेत्र, दिव्य या सूक्ष्म दृष्टि |
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तत्ववाद - संज्ञा, पु० यौ० (सं०) दर्शन शास्त्रसंबंधी विचार | संज्ञा, पु० यौ० (सं०) तत्ववादी ---तत्ववाद का ज्ञाता और उसका समर्थक, ठीक ठीक बात करने वाला । तत्वविद् - संज्ञा, पु० (सं०) तस्वज्ञाता, तत्वज्ञानी, तत्ववेत्ता । तत्वविद्या, तत्वशास्त्र - संज्ञा, स्त्रो० यौ० (सं०) दर्शन शास्त्र ।