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अधियारी समता रखने वाला, उपयुक्त पात्र, नाटक अधिप-संज्ञा, पु० (सं० ) स्वामी, मालिक, का वह पात्र जिसे रूपक का प्रधान फल राजा, प्रभु, सरदार । प्रात हो, पुजारी, पंडा, स्थान या मठा- अधिपति-संज्ञा. पु. ( सं० ) नायक, नेता, धीशों के उत्तराधिकारी, एक जाति विशेष । राजा, सरदार मालिक, प्रभु, स्वामी, अधिकृत--- वि० (सं० ) अधिकार में पाया । अफसर, मुखिया, स्त्री० अधिपत्नी-रानी, दुआ, उपलब्ध, प्रात, संहा, पु० अधिकारी, अध्यक्ष, निरीक्षक, जाँच करने वाला, नियो- अधिभौतिक-- वि० (सं० ग्राधिभौतिक ) जित, कार्य में लगा हुआ, आय-व्यय आधिभौतिक, सांसारिक ।। देखने वाला।
अधिमास-संज्ञा, पु० (सं० ) अधिक अधिकम... संज्ञा, पु० (सं.) चढ़ाव, चढ़ाई, मास । प्रारोहण ।
अधिया-- संज्ञा, स्त्री० ( हि० आधा) अर्द्ध धिगम-वि० (सं० ) प्राप्त, पाया हुआ, भाग, श्राधा हिस्सा, गाँव में आधी पट्टी जाना हुश्रा, ज्ञान, श्रवगत, जानकार, की ज़मीदारी, खेती की एक रीति जिसके स्वर्गीय, मुक्त।
अनुसार उपज का श्राधा तो खेत के मालिक अधिगम-संआ. पु. ( सं० । पहुँच, ज्ञान, को और आधा श्रम करने वाले को मिलता गति, परोपरेश से प्राप्त ज्ञान, ऐश्वर्य, है, ऐसे ही गाय के बच्चों के मूल्य का आधा बड़पन, गौरव।
या बच्चा गाय के मालिक को और आधा 25-वि ( सं० । धनुष पर ज्या चढ़ाये या बच्चा उसे चराने तथा रखने वाले को हुथे, धनुर्गुण-नियोजित. युद्धार्थी, मुक्त, दिया जाता है संज्ञा पु. आधी पट्टी का " केशेधिज्य धन्वा विचचार दावम् -- | मालिक आधे का हिस्सेदार। रघु० ।
मु०-- अधिया पर उठाना ( खेत या धत्यका--- संज्ञा, स्त्रो० (सं०) पहाड़ के गायादि के बच्चों का ) श्राधे साझे पर देना। ऊपर को समतल भूनि, ऊँचा पहाड़ी मु०-अधिया पर देना--देहातों में मैदान, टेबुल लैंड, प्लेटो, तराई, कोह। बेचने की रीति जिसके अनुसार अनाज के अधिक्ष्य प्रांधवा )---संज्ञा पु० ( सं०) आधे के बराबर बेचने वाला अपनी चीज़ इष्टदेव, कुलदेव ( स्त्री. अधिदेवी)। देता है। आँवरवी -- संज्ञा, स्त्री० (सं० ) इष्टदेवी, अधियाना- स० क्रि० ( हि० आधा ) श्राधा कुल-देवी।
करना. दो समान भागों में बाँटना । अधिदेव - वि० ( सं० ) देविक, अाकस्मिक । अधियार ( अधियारी ) संज्ञा, पु० ( हि० अधवार ----संज्ञा पु० (सं० ) वह प्रकरण आधा ) जायदाद का आधा हिस्सा, प्राधे था मंत्र जिसमें अग्नि, वायु, सूयादि देव- का हिस्सेदार, वह ज़मीदार या असामी जो ताओं के नाम-कीतन से ब्रह्म-विभूति की गाँव या जमीन के अाधे का मालिक हो, शिक्षा मिले, मुख्य, देवता, सूर्य मंडलस्थ, आधा बटाने वाला, मध्यभाग, जायदाद चिन्ता करने योग्य पुरुष, ब्रह्म विद्या, दैव की आधी हिस्सेदारी । स्त्री० अधियारिन । बल वि० देवता सम्बन्धी।।
अधियारी-संज्ञा, पु० (हि० अधियार ) अधिनायक ---संज्ञा, पु० (सं० ) सरदार प्राधे की हिस्सेदारी, श्राधे का हिस्सेदार, सुखिया, प्रधान व्यक्ति, खो० अधिनायिका, श्राधा हिस्सा बटाने वाला, अधियाइता सरदारिन ।
।
(दे०)।
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